गुवा योग नगर के शिव मंदिर में बढ़ते चोरी के मामले: सुरक्षा इंतजामों की मांग

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पश्चिम सिंहभूम जिला स्थित गुवा स्थित योग नगर का शिव मंदिर चोरों के लिए चारागाह बनता जा रहा है। यह मंदिर कारो नदी के तट पर स्थित है और श्रद्धालु यहां नियमित रूप से जलाभिषेक के लिए आते हैं।
हालाँकि, मंदिर की सुरक्षा और संरचना को लेकर गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं, जो भक्तों और प्रबंधन के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
*मंदिर परिसर की स्थिति*
शिव मंदिर परिसर को सुव्यवस्थित रखने के लिए पहले फेंसिंग की गई थी, लेकिन लोहा तस्करों ने इस फेंसिंग को चुरा लिया है।
इसके परिणामस्वरूप, मंदिर के सामने घेरा नहीं होने के कारण, पशु और अन्य जीव-जंतु परिसर में प्रवेश कर रहे हैं और अपने मल-मूत्र से इसे दूषित कर रहे हैं। इस वजह से मंदिर की पवित्रता और सौंदर्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
*योग विद्यालय की दुर्दशा*
मंदिर के सामने स्थित योग विद्यालय की हालत भी दयनीय हो गई है। चोर विद्यालय के दरवाजों और खिड़कियों में लगे ग्रील को लगातार चुरा रहे हैं। परिसर में बने अन्य कमरों की खिड़कियाँ और दरवाजे या तो सड़ चुके हैं या फिर उनका अधिकांश हिस्सा चोरी हो चुका है।
बरसात के समय, गाय-बकरियां इन कमरों में आकर शरण लेती हैं और इन्हें गंदा कर देती हैं।
*प्रबंधन की लापरवाही*
शिव मंदिर के पुजारी ने कई बार सेल गुवा प्रबंधन का ध्यान इन समस्याओं की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। पुजारी का आवास भी मंदिर परिसर में नहीं दिया गया है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
*सुरक्षा की मांग*
गुवा ईंटक के उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह ने मंदिर की वर्तमान स्थिति पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा, *”गुवा का शिव मंदिर चोरों का चारागाह बन गया है। जल्द से जल्द मंदिर में सुरक्षा प्रहरी नियुक्त किया जाना चाहिए। सीआईएसएफ प्रबंधन द्वारा एक सुरक्षा प्रहरी कर्मियों का मंदिर के लिए होना नितांत आवश्यक है।”*
*निष्कर्ष*
गुवा का शिव मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर भी है। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा और रखरखाव प्रबंधन की जिम्मेदारी है। स्थानीय लोगों और भक्तों ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि इस ओर त्वरित कदम उठाए जाएं, ताकि मंदिर की पवित्रता और सुरक्षा बनी रहे।
मंदिर प्रबंधन और प्रशासन की ओर से जल्द ही इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने की उम्मीद है।