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झारखंड सरकार लिखकर दे कि घुसपैठियों को बाहर निकालना केंद्र सरकार का काम है, तो उनकी सरकार एक-एक घुसपैठिए को बाहर निकालने के लिए तैयार,असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने जमशेदपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि झारखंड सरकार यह लिखकर दे दे कि घुसपैठियों को बाहर निकालना केंद्र सरकार का काम है, तो उनकी सरकार एक-एक घुसपैठिए को बाहर निकालने के लिए तैयार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि घुसपैठियों की समस्या झारखंड में पहले से मौजूद है और इसे राज्य सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए।

झारखंड की अस्मिता का सवाल

सरमा ने कहा, “घुसपैठ का मुद्दा झारखंड की अस्मिता का सवाल है। इस मुद्दे पर हमें एक साथ लड़ना होगा। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कौन विधायक बनेगा या नहीं, हमें घुसपैठियों को निकालना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि झारखंड में घुसपैठिए नहीं होते, तो बांग्लादेश से घुसपैठ का मुद्दा केंद्र की जिम्मेदारी होती।

भाजपा की संगठन मीटिंग

हिमंता बिस्वा सरमा जमशेदपुर में भाजपा की संगठन मीटिंग में शामिल हुए, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुनसिंह मुंडा और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि यदि भाजपा जीतती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा, तो सरमा ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा, “आप कह रहे हैं कि भाजपा जीतेगी और उसका मुख्यमंत्री बनेगा। आपके मुंह में घी शक्कर।” इस सवाल पर जब उन्होंने स्पष्ट जवाब नहीं दिया, तो भाजपा के नेताओं ने उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म करने का इशारा किया।

घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई

सरमा ने यह भी बताया कि असम में घुसपैठियों के खिलाफ संविधान के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि पिछले चार-पांच वर्षों में चंडीगढ़ जितनी जमीन घुसपैठियों से खाली कर ली गई है और मदरसों को भी बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि असम घुसपैठियों के मामले में “नंबर वन” है, जबकि बंगाल और झारखंड क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

सीटों के फार्मूले पर टिप्पणी

सीटों के फार्मूले पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक अंदरूनी मामला है और वे छोटी बातों पर नहीं पड़ते। उन्होंने सभी हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि भाजपा हिंदुओं का घर है।

कांग्रेस पर निशाना

सरमा ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी केवल मुसलमानों के मुद्दों पर ध्यान देती है। उन्होंने कहा, “अगर हिंदू-मुस्लिम मुद्दा नहीं होता, तो पाकिस्तान क्यों बनता?” उन्होंने राहुल गांधी से जातीय जनगणना के बारे में भी सवाल उठाया, यह कहते हुए कि जब तक वह अपनी जाति का नाम नहीं बताते, तब तक जातीय जनगणना कैसे हो सकती है।

इस प्रकार, हिमंता बिस्वा सरमा ने झारखंड और असम में घुसपैठियों के मुद्दे पर स्पष्टता से अपनी राय रखी और भाजपा की स्थिति को मजबूत करने का प्रयास किया।

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