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अयोध्या में नाबालिग रेप मामले में सपा नेता पर कार्रवाई: बुलडोजर एक्शन की तैयारी

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

यूपी:अयोध्या में एक नाबालिग के साथ हुए गैंगरेप के मामले में मुख्य आरोपी समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोईद खान पर अब बुलडोजर एक्शन की तैयारी हो रही है। उनकी बेकरी समेत कई संपत्तियों पर यह कार्रवाई की जा सकती है। शुक्रवार को राजस्व विभाग ने मोईद खान की संपत्तियों की पैमाइश की थी, और आज फिर से विभाग की टीम वहां पहुंचने वाली है। मोईद खान पर तालाब और कब्रिस्तान सहित कई सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने का भी आरोप है।

बेकरी पर कार्रवाई

 

मोईद खान की बेकरी को सील कर दिया गया है, और सहायक खाद्य आयुक्त मानिकचंद सिंह ने बताया कि आरोपी की बेकरी का लाइसेंस रद्द किया जाएगा। बेकरी में बन रहे सामानों का सैंपल भी लिया गया है।

धमकी का मामला

 

रेप मामले में सुलह न करने पर पीड़िता के परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है। आरोप है कि सपा नेता मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य ने अस्पताल जाकर पीड़िता के परिवार को धमकाया। एफआईआर में इन नेताओं के खिलाफ कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि ये नेता रात 11 बजे जिला महिला अस्पताल पहुंचे और सुलह करने के लिए दबाव डाला।

गैंगरेप की घटना

 

यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया। आरोपियों ने न केवल उसका बलात्कार किया, बल्कि उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया और लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करते रहे। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई।

पीड़ित परिवार की शिकायत

 

पीड़ित परिवार ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन आरोप है कि शुरू में कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब हिंदू संगठनों और निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया, तब पुलिस ने मोईद खान और राजू को गिरफ्तार किया। पीड़िता की मां ने बताया कि जब वे शिकायत लेकर चौकी पर गए, तो दरोगा ने उन्हें सलाह दी कि राजू का नाम रखें लेकिन मोईद खान का नाम हटा दें। अंततः एसपी के दखल के बाद मामला दर्ज हुआ।

मुख्यमंत्री से मुलाकात

 

पीड़िता की मां ने हाल ही में लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सीएम ने मोईद खान और अन्य आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके बाद थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर भी कार्रवाई की गई है, और आरोपी की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी गई है।

निष्कर्ष

 

इस मामले ने अयोध्या में एक बार फिर से कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है। पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई पर सभी की नजरें हैं।

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