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जिला पूर्वी सिंहभूम: खरकई एवं स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर फिलहाल स्थिर, दर्ज की जा रही गिरावट*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखण्ड:पूर्वी सिंहभूम: लगातार बारिश के बाद जिले की प्रमुख नदियों खरकई और स्वर्णरेखा का जलस्तर फिलहाल स्थिर हो गया है, और इसमें धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रशासन और स्थानीय निवासियों के लिए यह एक राहत की खबर है, क्योंकि जलस्तर का बढ़ना बाढ़ का संकेत हो सकता था।

*स्वर्णरेखा नदी:*

– *खतरे का स्तर (मीटर):* 121.50
– *वर्तमान जलस्तर (मीटर):* 116.30 (मंको पुल स्थल पर)

स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर फिलहाल 116.30 मीटर पर है, जो कि खतरे के स्तर 121.50 मीटर से काफी नीचे है। मंको पुल स्थल पर जलस्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा टल गया है।

*खरकई नदी:*

– *खतरे का स्तर (मीटर):* 129.00
– *वर्तमान जलस्तर (मीटर):* 126.23 (आदित्यपुर पुल स्थल पर)

खरकई नदी का जलस्तर आदित्यपुर पुल स्थल पर 126.23 मीटर है, जो कि खतरे के स्तर 129.00 मीटर से नीचे है। जलस्तर में गिरावट से आसपास के इलाकों में जलभराव की संभावना कम हो गई है।

*प्रशासन की तैयारियाँ:*

जिला प्रशासन ने पहले ही एहतियात के तौर पर संबंधित विभागों को सतर्क रहने का निर्देश दिया था। नदियों के किनारे बसे गांवों और बस्तियों में निगरानी बढ़ा दी गई है। प्रशासन द्वारा राहत दलों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान की जा सके।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया:*

स्थानीय निवासियों ने जलस्तर में गिरावट को राहत की सांस के रूप में लिया है। पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश के कारण लोग चिंतित थे, लेकिन अब स्थिति में सुधार हो रहा है। नदी किनारे बसे लोग राहत महसूस कर रहे हैं और प्रशासन के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।

आगे की स्थिति:*

हालांकि नदियों का जलस्तर फिलहाल नियंत्रित है, मौसम विभाग ने लोगों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि क्षेत्र में बारिश की संभावना अभी भी बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर विश्वास करें।

जलस्तर में गिरावट के बावजूद, प्रशासन द्वारा स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में समय पर कार्रवाई की जा सके।

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