Regional

भारतीय आजाद सेना पार्टी ने झारखंड के मुद्दों पर की बैठक, बड़ी आंदोलन की घोषणा**

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखण्ड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में भारतीय आजाद सेना पार्टी के संगठन सचिव (झारखंड प्रदेश) डॉ. श्रावण कुमार की अध्यक्षता में आज सिदगोड़ा बाजार मेन रोड स्थित पार्टी कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

 

डॉ. श्रावण कुमार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जल, जंगल, जमीन, मालिकाना हक और 1932 के खतियान के नाम पर झारखंड की सभी राजनीतिक पार्टियां राज्य के निवासियों को भ्रमित कर रही हैं और उन्हें आपस में लड़ाने का कार्य कर रही हैं। उनका मानना है कि इन मुद्दों के जरिए पार्टियां केवल अपने राजनीतिक हित साधने का काम कर रही हैं, जबकि झारखंड के लोगों की समस्याओं का समाधान करने में असफल रही हैं।

 

उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने से पहले जो लोग यहां 40 वर्षों से रह रहे थे, और जो अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लोग यहां बसे थे, उन्हें स्थानीय निवासी का दर्जा मिलना चाहिए था। लेकिन राज्य और केंद्र की सत्ताधारी सरकारें इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं। इसके बजाय, उन्होंने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी घुसपैठियों ने झारखंड के कई जिलों में कब्जा जमा लिया है और उन्हें आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।

 

डॉ. श्रावण कुमार के अनुसार, इन घुसपैठियों के कारण झारखंड में करीब 20 लाख रोजगार खत्म हो गए हैं और लगभग 20 लाख लोगों का राशन जो उन्हें मिलना चाहिए था, वह इन बांग्लादेशी घुसपैठियों को मिल रहा है। इसके अलावा, उन्होंने चिंता जताई कि झारखंड में आदिवासियों की संख्या घट रही है, जबकि बांग्लादेशी मुसलमानों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इसके कारण स्थानीय मुसलमानों के प्रति भी समाज में गलत धारणाएं बन रही हैं।

 

इन सभी गंभीर मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करते हुए, डॉ. श्रावण कुमार ने घोषणा की कि भारतीय आजाद सेना पार्टी जल्द ही एक बड़ा आंदोलन शुरू करेगी। उनका कहना है कि यह आंदोलन झारखंड के निवासियों के अधिकारों और पहचान की रक्षा के लिए होगा।

 

बैठक के अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने इन मुद्दों पर पार्टी के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की प्रतिबद्धता जताई।

Related Posts