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पूर्वी सिंहभूम में सेक्टर पदाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों का प्रशिक्षण सत्र *जिला निर्वाचन पदाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने किया संबोधित, बोले- शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव संपन्न कराना प्राथमिकता*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखण्ड:पूर्वी सिंहभूम जिले में आगामी विधानसभा निर्वाचन को स्वतंत्र, पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने हेतु सेक्टर पदाधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम माइकल जॉन सभागार, बिष्टुपुर में आयोजित किया गया। यह प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया, जिसमें प्रथम पाली में 44-बहरागोड़ा, 45-घाटशिला एवं 46-पोटका तथा द्वितीय पाली में 47-जुगसलाई, 48-जमशेदपुर पूर्वी और 49-जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के संबंधित पदाधिकारी शामिल हुए।

प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य

इस प्रशिक्षण में सेक्टर पदाधिकारियों एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्वक करने के निर्देश दिए गए। मास्टर ट्रेनर ने बताया कि सेक्टर ऑफिसर का पद निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। सेक्टर अधिकारियों से यह अपेक्षा की जाती है कि उन्हें मतदान केन्द्र तक पहुंच मार्ग, मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन, चुनावी प्रबंधन, मतदान प्रक्रिया, ईवीएम, वीवीपैट में त्रुटि, उसकी कार्यप्रणाली, और आदर्श आचरण संहिता कानून व्यवस्था का ज्ञान हो।

महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा

प्रशिक्षण में क्रिटिकल मतदान केन्द्रों में वेबकास्टिंग कराने के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। सेक्टर पदाधिकारी को अपने सेक्टर के अधीन समस्त मतदान केन्द्रों में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन सम्पन्न कराने, वल्नरेबिलिटी मैपिंग, कमजोर मतदाताओं की बसावट, और उन गांव/मोहल्लों का चिन्हांकन करने के लिए निर्देशित किया गया, जहां डरा-धमकाकर मतदान करने से रोका जाता है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारियों की जिम्मेदारी निर्वाचन ड्यूटी आदेश मिलने के साथ शुरू होती है और मतदान समाप्ति तक बनी रहती है। उन्होंने मतदान केन्द्र संबंधी कार्य, मतदान सामग्री वितरण दिवस के कार्य, मतदान दिवस के एक दिन पूर्व के कार्य और मतदान दिवस के कार्यों के बारे में जानकारी दी।

मतदान केन्द्रों की सुविधाएं

उन्होंने मतदान केन्द्रों में सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं जैसे भवन की स्थिति, पर्याप्त फर्नीचर, पेयजल, बिजली, शौचालय, और छाया की जानकारी देने हेतु सभी सेक्टर अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण के लिए कहा।

पुलिस अधिकारियों के निर्देश

वरीय पुलिस अधीक्षक ने मतदान केन्द्र के पहुंच मार्ग का भौतिक सत्यापन, वल्नरेबिलिटी मैपिंग, और क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का चिन्हांकन के मापदण्डों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी मतदाता बिना भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। मतदान के लिए किसी भी प्रकार का प्रलोभन या डरा-धमकाकर मतदान से वंचित रखने वाले व्यक्तियों की पहचान कर उनके विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।

इस दौरान रूरल सह सिटी एसपी ऋषभ गर्ग, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती प्रियंका सिंह, कार्यपालक दण्डाधिकारी मृत्युंजय कुमार, और अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

यह प्रशिक्षण सत्र आगामी चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सुनिश्चित करेगा कि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी हो।

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