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हर भारतीय को जानने योग्य बातें… तिरंगे का अपमान करने पर हो सकती है 3 साल की जेल, ये हैं फोल्ड करने का सही तरीका

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

नई दिल्ली:15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी ने तिरंगे झंडे के साथ जश्न मनाया होगा। किसी ने घर की छत पर फहराया होगा तो कोई शान से तिरंगा सीने पर पहनकर घूमा होगा। बच्चों को छोटे-छोटे तिरंगे हाथ में लिए स्कूल जाते देखा ही होगा।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगे झंडे को संभालकर और उतारकर रखने के भी कुछ नियम हैं? न सिर्फ इतना बल्कि अगर झंडा पुराना या कट-फट जाए तो इसे नष्ट करने का भी तरीका है। आइए जानते हैं तिरंगे से जुड़े नियमों के बारे में।

झंडा, गंदा या कट-फट गया हो तो क्या करें?

 

– कोशिश करें कि झंडे को कोई नुकसान न हो। अगर कोई नुकसान पहुंच जाता है तो प्राइवेट तरीके से यानी एकांत में इसे नष्ट कर सकते हैं।

– गाइडलाइन के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज के निस्तारण के दो तरीके हैं: दफन करना और जलाना।

– बेहद गंदे या किसी कारण फट गए राष्ट्रीय ध्वज को दफन करने के लिए लकड़ी का एक बॉक्स लेना होगा। इसमें तिरंगे को सम्मानपूर्वक तह लगाकर रखना होगा। फिर इस बॉक्स को दफन कर दें।

– एक साफ जगह पर लकड़ी जलाए, इसके बाद तिरंगे को तह करके सम्मान के साथ आग के बीच में डाल दें। बिना तह लगाए आग में झंडे को जलाना कानूनी अपराध है।

 

तिरंगे को फोल्ड करते हुए रखें इन बातों का ध्यान

 

– नियमों के अनुसार तिरंगे को सबसे पहले धीरे-धीरे नीचे उतारा जाता है।

– इसके बाद इसे आड़ा करके केसरिया और हरे रंग की पट्टी को पीछे की तरफ इस तरह से मोड़ा जाता है कि सफेद रंग और अशोक चक्र ऊपर रहे।

– इसके बाद अशोक चक्र के दोनों तरफ की सफेद पट्टी को भी इस तरह पीछे मोड़ा जाता है, जिससे ऊपर सिर्फ अशोक चक्र दिखाई दे।

– इस पूरी प्रक्रिया के दौरान विशेष ध्यान रखा जाता है कि झंडा जमीन को ना छुए।

 

तिरंगे का अपमान करने पर क्या सजा है?

 

तिरंगे का अपमान करना पूरी तरह से गलत है। अगर कोई व्यक्ति तिरंगे झंडे को पब्लिकली जलाता है, गंदा करता है, कुचलता है या नियम के खिलाफ जाकर ध्वजारोहण करते हुए पाया जाता है, तो उसे 3 साल की जेल या जुर्माने की सजा हो सकती है। यह भी हो सकता है कि उस व्यक्ति को जेल और जुर्माना दोनों की सजा दी जाए।

 

तिरंगे झंडे को घर के दूसरे काम में इस्तेमाल में नहीं ले सकते हैं

 

फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के अनुसार, आप किसी भी दूसरे उद्देश्य से तिरंगे झंडे का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। जैसे पर्दे के तौर पर, टेबल या मेज को ढंकने के लिए, गाड़ी, ट्रेन या नाव में लपेटने के लिए, या किसी बिल्डिंग में कवर के तौर पर। तिरंगे का इस्तेमाल इन सभी चीजों के लिए किसी भी हालात में नहीं करना चाहिए।

 

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तिरंगे का अपमान करने पर हो सकती है 3 साल की जेल, ये हैं फोल्ड करने का सही तरीका

 

15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी ने तिरंगे झंडे के साथ जश्न मनाया होगा। किसी ने घर की छत पर फहराया होगा तो कोई शान से तिरंगा सीने पर पहनकर घूमा होगा। बच्चों को छोटे-छोटे तिरंगे हाथ में लिए स्कूल जाते देखा ही होगा।

 

लेकिन क्या आप जानते हैं कि राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगे झंडे को संभालकर और उतारकर रखने के भी कुछ नियम हैं? न सिर्फ इतना बल्कि अगर झंडा पुराना या कट-फट जाए तो इसे नष्ट करने का भी तरीका है। आइए जानते हैं तिरंगे से जुड़े नियमों के बारे में।

 

झंडा, गंदा या कट-फट गया हो तो क्या करें?

 

– कोशिश करें कि झंडे को कोई नुकसान न हो। अगर कोई नुकसान पहुंच जाता है तो प्राइवेट तरीके से यानी एकांत में इसे नष्ट कर सकते हैं।

– गाइडलाइन के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज के निस्तारण के दो तरीके हैं: दफन करना और जलाना।

– बेहद गंदे या किसी कारण फट गए राष्ट्रीय ध्वज को दफन करने के लिए लकड़ी का एक बॉक्स लेना होगा। इसमें तिरंगे को सम्मानपूर्वक तह लगाकर रखना होगा। फिर इस बॉक्स को दफन कर दें।

– एक साफ जगह पर लकड़ी जलाए, इसके बाद तिरंगे को तह करके सम्मान के साथ आग के बीच में डाल दें। बिना तह लगाए आग में झंडे को जलाना कानूनी अपराध है।

 

तिरंगे को फोल्ड करते हुए रखें इन बातों का ध्यान

 

– नियमों के अनुसार तिरंगे को सबसे पहले धीरे-धीरे नीचे उतारा जाता है।

– इसके बाद इसे आड़ा करके केसरिया और हरे रंग की पट्टी को पीछे की तरफ इस तरह से मोड़ा जाता है कि सफेद रंग और अशोक चक्र ऊपर रहे।

– इसके बाद अशोक चक्र के दोनों तरफ की सफेद पट्टी को भी इस तरह पीछे मोड़ा जाता है, जिससे ऊपर सिर्फ अशोक चक्र दिखाई दे।

– इस पूरी प्रक्रिया के दौरान विशेष ध्यान रखा जाता है कि झंडा जमीन को ना छुए।

 

तिरंगे का अपमान करने पर क्या सजा है?

 

तिरंगे का अपमान करना पूरी तरह से गलत है। अगर कोई व्यक्ति तिरंगे झंडे को पब्लिकली जलाता है, गंदा करता है, कुचलता है या नियम के खिलाफ जाकर ध्वजारोहण करते हुए पाया जाता है, तो उसे 3 साल की जेल या जुर्माने की सजा हो सकती है। यह भी हो सकता है कि उस व्यक्ति को जेल और जुर्माना दोनों की सजा दी जाए।

 

तिरंगे झंडे को घर के दूसरे काम में इस्तेमाल में नहीं ले सकते हैं

 

फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के अनुसार, आप किसी भी दूसरे उद्देश्य से तिरंगे झंडे का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। जैसे पर्दे के तौर पर, टेबल या मेज को ढंकने के लिए, गाड़ी, ट्रेन या नाव में लपेटने के लिए, या किसी बिल्डिंग में कवर के तौर पर। तिरंगे का इस्तेमाल इन सभी चीजों के लिए किसी भी हालात में नहीं करना चाहिए।

 

तिरंगे झंडे से जुड़ी अन्य आवश्यक बातें

 

– कभी भी झंडे पर कोई दूसरी फोटो या पेंटिंग नहीं बनी होनी चाहिए।

– फटा हुआ और मैला झंडा नहीं फहराया जा सकता है।

– अगर झंडे का रंग फीका पड़ गया है तो इसे नहीं फहराना चाहिए।

– झंडे को कभी भी झुका कर नहीं रखना चाहिए। जहां तिरंगा फहराया जा रहा है, वहां यह सबसे ऊपर होना चाहिए।

– जिस जगह तिरंगा झंडा फहराया जा रहा है, वहां इसके साथ कोई दूसरा झंडा इससे ऊपर नहीं होना चाहिए।

– जिस खंभे या बिल्डिंग पर झंडा लगा हो, उस पर किसी तरह का विज्ञापन नहीं होना चाहिए।

 

इन नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है, ताकि हम अपने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान कर सकें।

 

तिरंगे झंडे से जुड़ी अन्य आवश्यक बातें

 

– कभी भी झंडे पर कोई दूसरी फोटो या पेंटिंग नहीं बनी होनी चाहिए।

– फटा हुआ और मैला झंडा नहीं फहराया जा सकता है।

– अगर झंडे का रंग फीका पड़ गया है तो इसे नहीं फहराना चाहिए।

– झंडे को कभी भी झुका कर नहीं रखना चाहिए। जहां तिरंगा फहराया जा रहा है, वहां यह सबसे ऊपर होना चाहिए।

– जिस जगह तिरंगा झंडा फहराया जा रहा है, वहां इसके साथ कोई दूसरा झंडा इससे ऊपर नहीं होना चाहिए।

– जिस खंभे या बिल्डिंग पर झंडा लगा हो, उस पर किसी तरह का विज्ञापन नहीं होना चाहिए।

 

इन नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है, ताकि हम अपने राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान कर सकें।

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