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स्वतंत्रता दिवस पर घाघीडीह केंद्रीय कारा से सात कैदियों की रिहाई, झारखंड सरकार के आदेश पर हुई कार्रवाई**

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखण्ड: पूर्वी सिंहभूम जिला में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड सरकार के आदेश पर जमशेदपुर के घाघीडीह केंद्रीय कारा से सात कैदियों को रिहा कर दिया गया। रिहाई का आदेश कुल 12 कैदियों के लिए था, जिनमें से 7 कैदियों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर छोड़ दिया गया। ये सभी कैदी लंबे समय से जेल में बंद थे और झारखंड सरकार द्वारा गठित बोर्ड की बैठक और कोर्ट से क्रॉस चेक करने के बाद इन्हें रिहा करने की मंजूरी दी गई।

रिहा किए गए कैदियों में सबसे चर्चित नाम झारखंड मुक्ति मोर्चा के भूतपूर्व केंद्रीय अध्यक्ष शहीद निर्मल महतो की हत्या के आरोपी 70 वर्षीय नरेंद्र सिंह उर्फ पंडित का है, जो जमशेदपुर के न्यू कालीमाटी रोड निवासी हैं।

इसके अलावा जमशेदपुर के सोनारी कागलनगर के अधिवक्ता साधन चक्रवर्ती की हत्या के आरोपी अरविंद गुहा और स्मिता गुहा को भी रिहा कर दिया गया। ये दोनों पति-पत्नी 2007 में अधिवक्ता की हत्या के बाद से करीब 17 वर्षों से जेल में बंद थे।

अन्य रिहा किए गए कैदियों में जमशेदपुर के टेल्को नीलडीह निवासी सत्येंद्र कुमार वाल्मीकि उर्फ भोलू, सरायकेला खरसावां के गम्हरिया निवासी सोना नायक, पश्चिम सिंहभूम के गांधी टोला निवासी सपन कुमार डे, जमशेदपुर के ग्रामीण क्षेत्र डुमरिया निवासी बुधिया सबर और रियो सबर, और सोनारी ईस्ट लेआउट निवासी थॉमस डेविड शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, जमशेदपुर के ग्रामीण क्षेत्र बरसोल के निवासी हरिहर साहू, सरायकेला खरसावां जिले के कुंचाई के निवासी गेजा मुंडा, और बहरागोड़ा की निवासी महिला रुक्मिणी देवी को भी रिहा किया गया।

इन सभी कैदियों को कोर्ट से मिली सजा के बाद, झारखंड सरकार के आदेश पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जेल से रिहा किया गया, जिससे उनके परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

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