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हजारीबाग में जाम में फंसी एंबुलेंस, गंभीर मरीज की मौत; प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल**

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखण्ड:हजारीबाग के ईचाक क्षेत्र में एक मेला के दौरान भारी जाम के कारण एक गंभीर मरीज को ले जा रही एंबुलेंस फंस गई, जिससे मरीज की मौत हो गई। यह घटना स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है, जहां इमरजेंसी सेवाओं के लिए कोई विशेष प्रबंध नहीं किया गया था।

**जाम में फंसी एंबुलेंस**

घटना नेशनल हाईवे 33 पर ईचाक में घटित हुई, जहां मेला के चलते सड़क पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। इस भीड़ के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे इमरजेंसी सेवाओं का संचालन भी प्रभावित हुआ। एंबुलेंस, जो गंभीर स्थिति में एक मरीज को लेकर रांची जा रही थी, इस जाम में घंटों फंसी रही और समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सकी। नतीजतन, मरीज की एंबुलेंस में ही मौत हो गई।

**स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर सवाल**

स्थानीय लोगों ने इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जाम को हटाने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया।

इसके बजाय, यातायात प्रबंधन के नाम पर केवल हेलमेट चेकिंग की जा रही थी, जबकि सड़क पर भारी भीड़ के कारण वाहन पूरी तरह से ठप हो गए थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन ने मेला के दौरान भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था को सही ढंग से संभालने में विफलता दिखाई, जिससे यह दुखद घटना घटी।

**मृतक की पहचान और प्रतिक्रिया**

मृतक की पहचान बिहार के नवादा जिले के निवासी के रूप में हुई है, जिसे गंभीर स्थिति में रांची ले जाया जा रहा था। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी है। उन्होंने प्रशासन से सवाल किया कि अगर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए गए होते, तो शायद इस तरह की घटना को टाला जा सकता था।

 

यह दुखद घटना प्रशासनिक लापरवाही और इमरजेंसी सेवाओं की गंभीरता की कमी को उजागर करती है, जो भविष्य में सुधार की आवश्यकता की ओर इशारा करती है।

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