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साकची गुरुद्वारा मैदान में बही भक्ति की बयार: हर हर महादेव सेवा संघ के कार्यक्रम में हजारों लोग बने साक्षी, पद्मश्री अशोक भगत समेत 12 को किया गया सम्मानित**

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखण्ड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में हर-हर महादेव सेवा संघ की ओर से श्रावण मास की अंतिम सोमवारी पर साकची के गुरुद्वारा मैदान में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस आयोजन में भक्ति और श्रद्धा की अद्वितीय झलक देखने को मिली, जहां प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल (चंडीगढ़) ने शिव स्तुति प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम में 25,000 से अधिक भक्तजन उपस्थित हुए, जो शिव भक्ति में लीन हो गए।

भजन कार्यक्रम देर शाम शुरू हुआ और रात भर चला, जिसमें सभी के लिए बैठने की व्यवस्था के साथ चाय-पानी और भोग का विशेष इंतजाम किया गया था। भक्ति संगीत की इस रात ने साकची गुरुद्वारा मैदान को भक्ति और आस्था से सराबोर कर दिया।

 

इस भव्य आयोजन के दौरान, पद्मश्री अशोक भगत को संघ रत्न सेवा सम्मान प्रदान किया गया। अशोक भगत पिछले चार दशकों से आदिवासी और वंचित समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। इसके साथ ही समाज में उल्लेखनीय योगदान और उत्कृष्ट कार्य के लिए 11 अन्य व्यक्तियों को उत्कृष्ट सेवा सम्मान से नवाजा गया।

सम्मानित होने वालों में डॉ. आसिफ़ अहमद (टीएमएच अस्पताल में सीसीयू इंचार्ज), केदारनाथ जैसुका (श्याम प्रचार संघ के अध्यक्ष), एसके झा (170 से अधिक बार के रक्तदाता), डॉ. तामोजित चौधरी (एमटीएमएच अस्पताल के डीएम व ऑन्कोलॉजिस्ट), डीपी. शुक्ला (उत्तर प्रदेश संघ के सचिव और अवकाश प्राप्त व्याख्याता), सतवीर सिंह सहोता (स्पेशल ओलंपिक भारत के रीजनल डायरेक्टर), अरविंद विद्रोही (साहित्यकार, व्यंग्यकार व लेखक), रजनी उपाध्याय (64 बार रक्तदान कर चुकीं समाजसेवी), विजय सिंह (रेडक्रॉस सोसाइटी के मानद सचिव), चंदेश्वर खां (मैनेजमेंट गुरु और टाटा मोटर्स से अवकाश प्राप्त अधिकारी) तथा त्रिलोक सिंह (कैंसर मरीजों के प्रति पूरी तरह समर्पित समाजसेवी) शामिल थे।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पूर्व सांसद पीएन सिंह, जमशेदपुर के सांसद बिद्युत बरण महतो, विधायक सरयू राय, इंटक नेता राकेश्वर पांडेय, पूर्व सांसद डॉ. अजय कुमार और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विजय खां समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। भजन संध्या के दौरान गायक कन्हैया मित्तल ने शिव स्तुति करते हुए कहा कि देवताओं की स्तुति करना पूण्य का काम है और भगवान भोलेनाथ को नशा का देवता कहने की भ्रांति को दूर करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि भगवान शिव ने नशा नहीं किया, बल्कि गले में बिष पीने के लिए भांग का लेप लगाया गया था।

 

इस भक्ति पूर्ण माहौल में उपस्थित सभी लोग भगवान भोलेनाथ की स्तुति में मंत्रमुग्ध हो गए और भजन संध्या का आनंद लिया।

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