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महिला सुरक्षा पर सीजीपीसी ने खोला मोर्चा, सभी स्कूलों और अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए उपायुक्त को सौंपा मांगपत्र*  *जिला प्रशासन शहर के हर विद्यालयों में सीसीटीवी द्वारा निगरानी करना सुनिश्चत करे: भगवान सिंह* 

 

 

 

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखण्ड:देश में महिला अपराध के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए सिखों की सिरमौर संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) ने जमशेदपुर में महिला सुरक्षा मुद्दे पर मोर्चा खोलते हुए जिला के उपायुक्त अनन्य मित्तल को एक मांगपत्र सौंप कर सभी विद्यालयों एवं अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा लगाकर निगरानी करने का मांग की है।

गुरुवार को सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह के नेतृत्व में तख्त श्री पटना साहिब के महासचिव इंदरजीत सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह, महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला, स्त्री सत्संग सभा, नौजवान सभा सहित अन्य सदस्यों ने उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर महिलाओं के साथ हो रही ज्यादती के खिलाफ आवाज बुलंद की।

उपायुक्त ने भी ज्ञापन पर अतिशीघ्र संज्ञान लेने का आश्वासन दिया है। सरदार भगवान सिंह का कहना है कि देश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार की आंच शहर तक न पहुंचे तथा घटना की पुनरावृति न हो इसलिए उचित कदम उठाना अति आवश्यक है।

भगवान सिंह ने बताया कि मांगपत्र के माध्यम से सीजीपीसी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सभी स्कूलों और अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा लगे और 24 घंटे निगरानी हो। चेयरमैन सरदार शैलेंदर सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि स्कूलों में बच्चियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।

शैलेंदर सिंह ने मांग करते हुए कहा कि सभी स्कूल प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि बच्चियों को वाशरूम ले जाते वक़्त उनके साथ एक महिला सहायक हो न की पुरुष।

तख्त श्री पटना साहिब के महासचिव इंदरजीत सिंह का कहना था कि चाहे हो पश्चिम बंगाल का मामला हो या महाराष्ट्र का महिला कहीं भी सुरक्षित नहीं और इस गंभीर मामलों पर केंद्र सरकार के साथ उस राज्य की सरकार भी हाथ पर हाथ धर कर बैठी है। यह बहुत शर्मिंदगी की बात है कि सब चुप है।

सीजीपीसी के महासचिव अमरजीत सिंह एवं गुरचरण सिंह बिल्ला ने कहा सीजीपीसी ने जिला प्रशासन के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सम्बंधित जिलों के मुख्यमंत्रियों को कड़े शब्दों में ज्ञापन प्रेषित किया ताकि वे कुम्भकर्णी नींद से जागें और महिला सुरक्षा जैसे मामलों पर कोई कड़ा कानून बनायें।

उपायुक्त कार्यालय के पास प्रदर्शन करने वालों में प्रधान भगवान सिंह, चेयरपर्सन सरदार शैलेंद्र सिंह, पटना साहिब के महासचिव इंद्रजीत सिंह, गुरमीत सिंह, वरीय उपाध्यक्ष चंचल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह व गुरचरण सिंह बिरला, सुरजीत सिंह खुशीपुर, सलाहकार सुखविंदर सिंह राजू, लखविंदर सिंह, अवतार सिंह सोखी, रविंद्र सिंह, रणजीत सिंह माथारू, सुखदेव सिंह बिट्टू, दलजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, महासचिव जसवंत सिंह जस्सू, हरविंदर सिंह गुल्लू, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, बलदेव सिंह, जगजीत सिंह गांधी, मलकीत सिंह, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, हरदीप सिंह डीपी, सुरेंद्र सिंह शिंदे, हरदीप सिंह चनिया, गुरजिंदर सिंह पिंटू, बलकार सिंह, त्रिलोचन सिंह, सुरजीत सिंह, गुरदयाल सिंह, जसवंत सिंह, कुलदीप सिंह, ज्ञानी साधू सिंह, बलबीर सिंह, सुखदेव सिंह मली, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, महासचिव सुखवंत सिंह सुखु, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रविंदर कौर, चेयरपर्सन कमलजीत कौर, सुखजीत कौर,सुखवंत कौर, परमजीत कौर, तृप्ता कौर और अरविंदर कौर, जितेंद्रपाल कौर, गुरमीत कौर, किरण कौर समेत सैकड़ो लोग शामिल हुए।

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