पूर्वी सिंहभूम प्रमंडल स्तरीय सहकारिता महासम्मेलन: 5 करोड़ की परिसंपत्ति का वितरण**
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखण्ड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर के रविन्द्र भवन, साकची के सभागार में प्रमंडल स्तरीय सहकारिता महासम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मंत्री दीपिका पांडेय सिंह शामिल हुईं।
कार्यक्रम में पोटका के विधायक संजीव सरदार, बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती, जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी, निबंधक सहयोग समिति सूरज कुमार, उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, पी.डी आईटीडीए दीपांकर चौधरी, तीनों जिलों के सहकारिता पदाधिकारी, विभिन्न सहकारी संघों के प्रबंध निदेशक, लैम्पस/ पैक्स, विशेष प्रकार की सहकारी समितियों के अध्यक्ष, सचिव और कार्यकारिणी सदस्य भी उपस्थित थे।
समारोह के दौरान, 94 लाभुकों और समितियों के बीच कुल 4 करोड़ 85 लाख रुपये से अधिक की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। वितरित की गई परिसंपत्तियों में सस्टेनेबल हार्वेस्टिंग टूल किट, लाह खेती के टूल किट्स,
फसलोत्तर प्रबंधन योजना के तहत लैक स्क्रैपर सह क्रसर मशीन, केसीसी, माइक्रो एटीएम, मोबाइल वेंडिंग कार्ट, मत्स्य जीवी सहयोग समिति के लिए आईस बॉक्स, टाना जाल, और इलेक्ट्रॉनिक बैलेंस शामिल हैं। साथ ही, लैम्पस, पैक्स, विशेष सहकारी समितियों और सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार किसानों और सहकारी समितियों के सशक्तिकरण के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने सरकार की योजनाओं के लाभ लेने के लिए लाभार्थियों को प्रेरित किया और आश्वस्त किया कि सरकार हर संभव सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं से कृषि और पशुपालन के कार्यों का नेतृत्व करने का आग्रह किया और बताया कि राज्यभर में 100 MT और 500 MT गोदाम बनाए जा रहे हैं ताकि अनाज सुरक्षित रखा जा सके। किसानों को फसल बीमा का लाभ उठाने के लिए 31 अगस्त तक आवेदन करने की सलाह भी दी।
विधायक संजीव सरदार ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को सशक्त करने, कृषि, पशुपालन, बागवानी को बढ़ावा देने, और नई तकनीक से उन्नत उत्पाद लाने का प्रयास कर रही है। विधायक समीर मोहंती ने समाज के हर तबके के उत्थान के लिए राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि कृषि के नई तकनीक से किसानों को आर्थिक समृद्धि प्राप्त होगी। विधायक मंगल कालिंदी ने सहकारिता को पारदर्शिता और ईमानदारी से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जबकि विधायक जुगसलाई ने सहकारिता को किसानों की उम्मीदों और सपनों को साकार करने का एक सशक्त माध्यम बताया।
यह महासम्मेलन किसानों और सहकारी समितियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच था, जिसने सरकार की योजनाओं और लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की और कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में कदम उठाए।