फर्जी नंबर प्लेट के साथ गाड़ी चलाने पर जमशेदपुर में मामला दर्ज**
न्यूज़ लहर संवाददाता
*झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर में पटना निवासी राकेश कुमार की नजर जमशेदपुर में अपनी गाड़ी के नंबर पर नजर पड़ी, जिसे फर्जी नंबर और चेचिस नंबर के साथ चलाया जा रहा था। राकेश कुमार ने तुरंत एमजीएम थाने में इसकी सूचना दी।
घटना के अनुसार, उस चालक से बात करने पर चालक बताया कि मैं इस नंबर पर विगत एक वर्षों से गाड़ी चला रहा हूं। बड़बिल से जमशेदपुर आ रहे एक व्यक्ति ने राकेश कुमार की गाड़ी का नंबर और चेचिस नंबर पंचिंग करके फर्जी दस्तावेजों के साथ गाड़ी चलाई जा रही है।
गाड़ी को देखकर राकेश कुमार को शक हुआ, और उन्होंने पुलिस को खबर दी। एमजीएम पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी और चालक को थाने बुलाया।
जांच में पाया गया कि गाड़ी का नंबर और चेचिस नंबर दोनों ही फर्जी तरीके से बदले गए थे। गाड़ी पर प्रतिक रोड़ लांइस का लोबो और नंबर लिखा लगा हुआ था। गाड़ी के असली नंबर और दस्तावेजों की जांच के बाद पुलिस ने इसे जब्त कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह गोरखधंधा विगत एक वर्ष से चल रहा था। इससे सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का नुक़सान हो रहा है।
एमजीएम थाने के अधिकारियों ने कहा कि गाड़ी मालिक राकेश कुमार के शिकायत के आधार पर मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। राकेश कुमार ने बताया कि उनकी गाड़ी बंगलादेश के बोडर पर खड़ी है।जिस पर छह पीस गाड़ी का केबिन लोड हैं। पुलिस ने गाड़ी चलाने वाले व्यक्ति से पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई जारी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि गाड़ी के नंबर और चेचिस नंबर को किस तरह और क्यों बदला गया। घटना के बारे में पता चला अरुण सिंह नामक व्यक्ति जो झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के निजी सचिव ओम प्रकाश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह के भाई एवं भतीजा का मोबाइल नंबर गाड़ियों पर अंकित है।
यह घटना फर्जी दस्तावेजों और नंबर प्लेट के साथ गाड़ियों के चलाने के मामलों की गंभीरता को दर्शाती है और पुलिस इस प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है।