Law / Legal

जमशेदपुर के अधिवक्ता प्रवीण कुमार दुबे की संदिग्ध मौत की गहन जांच की मांग**

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: पूर्वी सिंहभूम जिला स्थित जमशेदपुर के युवा अधिवक्ता प्रवीण कुमार दुबे की राजस्थान के जयपुर के चित्रकूट थाना क्षेत्र के एक होटल में संदिग्ध हालात में हुई मौत की गहन जांच की मांग जोर पकड़ रही है।

जमशेदपुर बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल इस सिलसिले में वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) किशोर कौशल से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने एसएसपी को प्रवीण दुबे की मौत के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराया और गहन जांच की आवश्यकता पर जोर दिया।

बार एसोसिएशन के सदस्यों ने एसएसपी से अनुरोध किया कि वह जयपुर के पुलिस कमिश्नर से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें और इस मामले की विस्तृत जांच का अनुरोध करें।

बार एसोसिएशन द्वारा दिए गए पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि प्रवीण दुबे शारीरिक रूप से स्वस्थ थे, इसलिए उनकी अचानक मौत स्वाभाविक नहीं लगती और हत्या का संदेह भी हो सकता है। प्रवीण के परिवार ने भी इसी तरह के संदेह व्यक्त किए हैं, जिससे गहन जांच की आवश्यकता और भी महत्वपूर्ण हो गई है।

प्रतिनिधिमंडल में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रथिन्द्र नाथ दास, महासचिव कुमार राजेश रंजन, उपाध्यक्ष बलाई पांडा, अधिवक्ता अर्जुन सिंह, मृतक प्रवीण दुबे के वरिष्ठ अधिवक्ता अजय कुमार सिंह राठौड़, संयुक्त सचिव विनीता सिंह और विनीता मिश्रा शामिल थे। एसएसपी किशोर कौशल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे इस मामले में जयपुर के पुलिस कमिश्नर से संपर्क करेंगे और उनसे गहन जांच का अनुरोध करेंगे।

 

अधिवक्ता अजय कुमार सिंह राठौड़ ने बताया कि उनकी जूनियर अधिवक्ता सुजाता कुमारी और प्रवीण दुबे के परिजन जयपुर पहुंच चुके हैं और वहां के चित्रकूट थाना के संपर्क में हैं ताकि जांच प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल हो सकें।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आरएन दास ने कहा कि इस मामले की प्रति पुलिस महानिदेशक, झारखंड, झारखंड बार काउंसिल के चेयरमैन और राजस्थान बार काउंसिल के चेयरमैन को भी भेजी गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, अधिवक्ताओं ने अपने कामकाज से खुद को अलग रखा और बार एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी और सदस्य जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान संयुक्त सचिव संजीव रंजन बरियार, कोषाध्यक्ष जेपी भगत, सहायक कोषाध्यक्ष पुष्पा सिंह, आलोक कुमार सिंह, रवि ठाकुर, अभय कुमार सिंह, गौरव पाठक, लूसी कच्छप, अक्षय झा और अन्य अधिवक्ताओं की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।

 

इस मामले की गहन जांच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं ताकि प्रवीण दुबे की मौत की सच्चाई सामने आ सके।

Related Posts