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बंगाल की खाड़ी में बन रहा साइक्लोनिक सर्कुलेशन, जानें बिहार-झारखंड समेत इन 5 राज्यों का मौसम

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

नई दिल्ली:भारत में मानसून की विदाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी में एक नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। इसके परिणामस्वरूप दिल्ली, राजस्थान और उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश की संभावना है।

 

दिल्ली में गर्मी का असर

 

दिल्ली में पिछले दो-तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है, जिसके कारण यहां उमस भरी गर्मी लौट आई है। मौसम विभाग के अनुसार, आज (23 सितंबर) को दिल्ली में बारिश की संभावना काफी कम है। सुबह के समय आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन दिन में तेज धूप से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, मौसम विभाग ने कहा है कि 26 सितंबर के बाद कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।

 

उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश के आसार

 

उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में कमी आई है, लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं हुई हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज प्रदेश के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। विशेषकर पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना जताई गई है।

 

राजस्थान में मानसून की विदाई और संभावित बारिश

 

राजस्थान में आज से मानसून की विदाई शुरू हो गई है। आमतौर पर 17 सितंबर से मानसून विदाई शुरू होती है, लेकिन इस वर्ष यह एक हफ्ते बाद शुरू हो रही है। IMD का अनुमान है कि बंगाल की खाड़ी में बन रहे साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण राजस्थान के कई जिलों में आने वाले दिनों में बारिश हो सकती है। पूर्वी राजस्थान में 29 से 30 सितंबर तक बारिश होने की संभावना है।

 

झारखंड में गरज और बिजली चमकने की संभावना

 

झारखंड के मौसम पर भी बंगाल की खाड़ी में सक्रिय साइक्लोन का असर देखने को मिलेगा। रांची स्थित मौसम केंद्र ने बताया कि आज (23 सितंबर) को झारखंड में कहीं-कहीं गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना है। अगले तीन दिनों तक राज्य में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद दो दिनों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।

 

निष्कर्ष

 

इस प्रकार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव विभिन्न राज्यों के मौसम पर पड़ने वाला है। सभी नागरिकों को मौसम संबंधी अपडेट्स पर नजर रखनी चाहिए और आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए।

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