महाराष्ट्र में मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदे डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल, सुरक्षा जाली पर अटके
न्यूज़ लहर संवाददाता
मुंबई :महाराष्ट्र के मंत्रालय में एक असामान्य और चिंताजनक घटना घटित हुई जब विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी झिरवल ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदने का निर्णय लिया। यह घटना उस समय हुई जब आदिवासी समाज के विधायक मंत्रालय में आंदोलन कर रहे थे। झिरवल, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सदस्य हैं, धनगर समुदाय के लिए आदिवासी आरक्षण में घुसपैठ को रोकने के लिए एक सख्त रुख अपना रहे हैं।
सुरक्षा जाली पर अटकने की घटना
झिरवल ने छत से कूदने के बाद सुरक्षा जाली पर अटक गए। उनके पीछे कुछ अन्य आदिवासी विधायक भी कूद गए, लेकिन सभी की जान बच गई क्योंकि नीचे सुरक्षा जाली लगी हुई थी। यह जाली उनके लिए एक ‘सुरक्षा कवच’ का काम कर रही थी। इस दौरान, विधायकों ने नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को उठाया।
विरोध प्रदर्शन का कारण
विधायकों का यह विरोध प्रदर्शन धनगर समाज को आदिवासी कोटे में आरक्षण न मिलने और पेसा कानून के तहत नौकरी भर्ती की मांग को लेकर था। झिरवल और अन्य विधायक इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते थे और अपनी आवाज को मजबूती से उठाने का प्रयास कर रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने विधायकों को सुरक्षा नेट से हटा दिया और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। यह घटना न केवल राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह महाराष्ट्र में आरक्षण के मुद्दों पर चल रहे विवादों को भी उजागर करती है।
निष्कर्ष
यह घटना महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई मोड़ का संकेत देती है। जहां एक ओर विधायक अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं राजनीतिक तनाव को बढ़ा सकती हैं। सभी पक्षों को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।