डोनाल्ड ट्रंप का विवादित बयान: ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमला करने की सलाह
न्यूज़ लहर संवाददाता
अमेरिका:अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है, और पूर्व राष्ट्रपति **डोनाल्ड ट्रंप** ने **ईरान** और **इजरायल** के बीच बढ़ते तनाव पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। ट्रंप का मानना है कि इजरायल को हालिया ईरानी मिसाइल हमलों के जवाब में ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमला करना चाहिए।
जो बाइडन का रुख
4 सितंबर को उत्तरी केरोलिना के फेयेटविले में एक कार्यक्रम में, ट्रंप ने राष्ट्रपति **जो बाइडन** के एक बयान का संदर्भ दिया। बाइडन से पूछा गया था कि क्या वे ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर हमले का समर्थन करेंगे, जिस पर उन्होंने स्पष्ट रूप से “नहीं” कहा। बाइडन ने कहा कि वे तब तक हमला नहीं करेंगे जब तक ईरान पहले परमाणु साइट्स पर हमला न करे।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मुझे लगता है कि जो बाइडन ने गलत जवाब दिया।” उन्होंने आगे कहा, “जब बाइडन से ये सवाल पूछा गया तो जवाब होना चाहिए था- पहले परमाणु साइट्स पर हमला करो और बाकी की चिंता बाद में करो।”
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव
हाल ही में इजरायल ने गाजा पट्टी से ध्यान हटाकर लेबनान की ओर केंद्रित किया है। 18 सितंबर को हिजबुल्लाह के सदस्यों को निशाना बनाने वाले हमलों में 39 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसके बाद 22 सितंबर को हिजबुल्लाह द्वारा उत्तरी इजरायल में 200 से अधिक रॉकेट और ड्रोन दागे गए थे।
23 सितंबर को इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले किए, जिसमें 492 लोगों की मौत हुई और 1600 से ज्यादा लोग घायल हुए। रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के लगभग 1600 ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें संगठन के प्रमुख **नसरल्लाह** की भी मौत शामिल है।
निष्कर्ष
ट्रंप का यह बयान वैश्विक राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है, खासकर जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नजदीक हैं। इस स्थिति में सभी नजरें इजरायल और ईरान के बीच संभावित सैन्य संघर्ष पर टिकी हुई हैं।