ठेका मजदूरों को वेतन नहीं मिलने पर युसिल नरवा पहाड़ माइंस में हड़ताल की चेतावनी,अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जादूगोड़ा में झारखंड ठेका मजदूर यूनियन ने 1 अक्टूबर 2024 को युसिल नरवा पहाड़ माइंस के उप प्रबंधक (कार्मिक) स्टेनली हेंब्रम को एक मांग पत्र सौंपा था, जिसमें अनुरोध किया गया था कि दुर्गा पूजा से पहले नरवा पहाड़ माइंस की सभी ठेका कार्य इकाइयों में कार्यरत मजदूरों का मासिक वेतन भुगतान किया जाए। यूनियन की मांग थी कि मजदूरों को समय पर वेतन मिलना चाहिए, जिससे वे अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सकें। लेकिन, 7 दिन बीत जाने के बावजूद, 10 ठेका इकाइयों के मजदूरों को अभी तक वेतन नहीं मिला है।
आज ठेका मजदूर यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल उप प्रबंधक से मिला, लेकिन उन्होंने संतोषजनक उत्तर देने में असमर्थता जताई। उन्होंने बताया कि वेतन भुगतान के लिए वरीय पदाधिकारी और अकाउंटेंट से पत्राचार किया गया है, परंतु अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। मजदूरों का कहना है कि वे कंपनी को 8 घंटे की सेवा देते हैं, फिर भी उन्हें महीनों का वेतन समय पर नहीं मिलता, जो प्रबंधन के लिए शर्म की बात है।
दुर्गा पूजा जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार से पहले वेतन न मिलने के कारण मजदूरों में गहरी निराशा और आक्रोश है। मजदूरों की मांग पूरी न होते देख, ठेका मजदूर यूनियन ने मजदूरों के हित में आंदोलन का रास्ता अख्तियार करते हुए 8 अक्टूबर 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। यूनियन का कहना है कि जब तक सभी 10 इकाइयों के मजदूरों को सितंबर माह का वेतन नहीं मिल जाता, वे काम पर वापस नहीं लौटेंगे।
हड़ताल में शामिल होने वाली इकाइयाँ निम्नलिखित हैं:
1. सिविल मेंटेनेंस (स्टेट)
2. ग्रास कटिंग (माइंस एरिया)
3. सेंड स्टोइग प्लांट
4. सैनिटेशन (प्लांट एरिया)
5. माइंस मैकेनिक (ग्रेज)
6. साइकिल स्टैंड
7. कैंटीन
8. जंगल कटिंग (स्टेट)
9. सिविल मेंटेनेंस (माइंस एरिया)
10. नर्सरी
आज एक नंबर गेट पर मजदूर अपनी मांगों को लेकर दोपहर 3 बजे जमा हुए और प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। इस अवसर पर यूनियन के अध्यक्ष सुधीर सोरेन, उपाध्यक्ष बलिया मुर्मू, पप्पू मुर्मू, विशु बास्के, शिबू मुर्मू, रंजित मुरमू, संजय भक्त, सरोज हसदा, शक्ति दास, संजय मुर्मू, धीरेन मुर्मू, पृथ्वी मुर्मू, संजय महतो, प्रधान मुर्मू और बड़ी संख्या में अन्य मजदूर उपस्थित थे।
यूनियन का कहना है कि यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक सभी ठेका मजदूरों को उनका वेतन नहीं मिल जाता। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि प्रबंधन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता, तो उन्हें उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।