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साहेबगंज पुलिस ने अपहृत पुणे निवासी को सकुशल छुड़ाया, दो अपहरणकर्ता गिरफ्तार

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: साहेबगंज पुलिस ने पुणे, महाराष्ट्र के निवासी यशवंत हिरामन विनोदे को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से सकुशल मुक्त कर लिया है। अपहरण की यह घटना उनके किरायेदार राजु और उसके साथियों द्वारा अंजाम दी गई थी। अपहृत को राधानगर के दियारा क्षेत्र में बंधक बनाकर रखा गया था, जहां से उन्हें बीती रात पुलिस ने सफल छापेमारी के बाद बरामद किया।

घटना की शुरुआत 18 अक्टूबर 2024 को उस समय हुई, जब यशवंत के फोन से उनके पुत्र को कॉल कर 1 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की गई। इस कॉल के बाद यशवंत के बेटे ने पुणे के हिंजेवाडी थाने में कांड संख्या 1185/24 के तहत मामला दर्ज कराया। पुणे क्राइम ब्रांच की एक टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए साहेबगंज और मालदा के लिए रवाना होने से पहले तकनीकी सहायता से कुछ सुराग प्राप्त किए। इसके बाद मालदा और साहेबगंज के पुलिस अधीक्षकों से संपर्क कर सहायता मांगी गई।

साहेबगंज पुलिस अधीक्षक ने मामले की त्वरित संज्ञान लेते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, राजमहल के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया। इस दल ने पूरी रात राधानगर के विभिन्न दियारा क्षेत्रों—पलाशगाछी, प्राणपुर, बानुटोला और गोल ढाब—में अभियुक्तों की खोज की। अपहरणकर्ता लगातार अपना स्थान बदलते रहे, लेकिन पुलिस ने अपनी खोज जारी रखी और अंततः सुबह 5 बजे के करीब गोल ढाब चुआड़ के दियारा से अपहृत यशवंत को सुरक्षित बरामद कर लिया।

पुलिस ने इस दौरान दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान नसीम अख्तर (मालदा, पश्चिम बंगाल) और लल्लु शेख (साहेबगंज, झारखंड) के रूप में हुई। हालांकि, अन्य अभियुक्त गंगा नदी में कूदकर फरार हो गए। पुणे पुलिस की टीम जल्द ही साहेबगंज पहुंचेगी और आगे की जांच में सहयोग करेगी।

पुलिस ने मौके से तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल फिरौती मांगने में किया गया था। साहेबगंज पुलिस ने इस मामले में पुणे पुलिस को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया है।

छापामारी दल में शामिल पुलिसकर्मी:
इस कार्रवाई में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विमलेश कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में साहेबगंज और राधानगर थाने के कई पुलिसकर्मियों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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