भारत ने अंग्रेजों से वापस लिया अपना सोना: 102 टन गोल्ड का ट्रांसफर
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:भारत ने हाल ही में अपने सोने के भंडार को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अप्रैल से सितंबर 2024 के बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्रिटेन से 102 टन सोना वापस लाने का कार्य किया है। इस ट्रांसफर के साथ, RBI ने अपने स्थानीय भंडार को 30 सितंबर 2024 तक 510.46 टन तक पहुंचा दिया है, जो कि मार्च 2024 में रखे गए 408 टन से अधिक है।
गोल्ड ट्रांसफर की प्रक्रिया
ब्रिटेन से सोने की वापसी
भारत ने 1991 में विदेशी मुद्रा संकट के दौरान अपने सोने का एक बड़ा हिस्सा गिरवी रखा था। इस समय लगभग 324.01 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) के पास सुरक्षित रखा गया था। अब, RBI ने इस वर्ष पहली बार 100 टन सोना ब्रिटेन से वापस लाने का निर्णय लिया है। यह कदम वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के कारण उठाया गया है, जिससे विदेशों में रखे गए संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
स्थानीय तिजोरियों में वृद्धि
RBI की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-सितंबर 2024 की अवधि में घरेलू स्तर पर रखे गए सोने में 102 टन की वृद्धि हुई है। इससे कुल भंडार 510.46 टन तक पहुंच गया है। RBI ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 32 टन सोने का भंडार बढ़ाया है, जिससे कुल भंडार बढ़कर 854.73 टन हो गया है।
गोल्ड का महत्व
सोना एक महत्वपूर्ण संपत्ति है, खासकर अस्थिर आर्थिक परिस्थितियों में। वर्तमान समय में, वैश्विक निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं, जिससे RBI और आम नागरिक दोनों ही अपने गोल्ड रिजर्व को बढ़ा रहे हैं।
इस प्रकार, भारत का यह कदम न केवल आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देता है, बल्कि यह देश की स्वर्ण नीति को भी मजबूत करता है।