सुप्रिया सुले का अजित पवार पर बड़ा हमला: देवेंद्र फडणवीस की फाइल ने बढ़ाई राजनीतिक गर्मी
न्यूज़ लहर संवाददाता
**नई दिल्ली:** महाराष्ट्र में चुनावी मौसम के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले ने अपने चचेरे भाई अजित पवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को एक फाइल दिखाकर उन्हें डराया, जिसके चलते उन्होंने एनसीपी को तोड़ने और भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति खेमे में शामिल होने का निर्णय लिया।
अजित पवार के डर की वजह
सुप्रिया सुले ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसी कौन सी फाइल थी, जिसने अजित पवार को इतना डराया कि उन्होंने अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ बगावत कर दी। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाजार गर्म कर दिया है।
महाविकास आघाड़ी का भविष्य
सुले ने यह भी कहा कि जब तक अजित पवार भाजपा के साथ हैं, तब तक उनके साथ राजनीतिक मेल-मिलाप संभव नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सत्ता में आती है, तो वह मुख्यमंत्री पद की दावेदार नहीं होंगी।
सुप्रिया सुले ने कहा, “हमारी विचारधाराएं अब भी राजनीतिक रूप से एक चुनौती बनी हुई हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में मतदाता सोच-समझकर मतदान करेंगे और उन्हें विश्वास है कि 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में महाविकास आघाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करेगी।
सहयोगियों के साथ समन्वय
सुले ने कहा, “हमारे सहयोगी जो भी फैसला करेंगे, हम उसका समर्थन करेंगे।” इस तरह, सुप्रिया सुले के बयान से स्पष्ट होता है कि एनसीपी और महाविकास आघाड़ी की राजनीति में अजित पवार की भूमिका और उनकी पार्टी से अलगाव पर गहरा असर पड़ा है।
इस घटनाक्रम ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है और सभी की निगाहें आगामी विधानसभा चुनावों पर टिकी हुई हैं।