मतीन अहमद ने आम आदमी पार्टी में किया प्रवेश, हरशरण सिंह बल्ली ने छोड़ी पार्टी
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आया है जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सीलमपुर से पांच बार विधायक रहे मतीन अहमद ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होने का निर्णय लिया। यह कदम उनके बेटे चौधरी जुबैर अहमद और बहू शगुफ्ता चौधरी के कुछ दिनों बाद आया, जिन्होंने 29 अक्टूबर को आप में शामिल हुए थे।
केजरीवाल का स्वागत
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सीलमपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में मतीन अहमद का औपचारिक स्वागत किया। केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “चौधरी मतीन अहमद यमुनापार इलाके में रहकर लोगों की सेवा कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि अहमद दिल्ली की राजनीति में एक प्रमुख शख्सियत हैं, जो हमेशा अपने क्षेत्र के मतदाताओं की जरूरतों के साथ खड़े रहते हैं।
मतीन अहमद का उद्देश्य
अहमद ने अपने नए राजनीतिक सफर के बारे में बात करते हुए कहा कि वे अरविंद केजरीवाल की राजनीति की शैली से प्रभावित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका एकमात्र उद्देश्य आम आदमी पार्टी को मजबूत करना और पूरे दिल से लोगों की सेवा करना है।
हरशरण सिंह बल्ली का पार्टी छोड़ना
इस बीच, आम आदमी पार्टी को एक और झटका लगा जब दिग्गज नेता हरशरण सिंह बल्ली ने पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया। बल्ली, जो पश्चिमी दिल्ली के हरिनगर निर्वाचन क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके हैं, ने मदन लाल खुराना सरकार में मंत्री के रूप में भी कार्य किया था। उन्होंने कहा कि वे आप को इसलिए छोड़ रहे हैं क्योंकि अब वह पहले जैसे नहीं रहे जब वे पहली बार इसका हिस्सा बने थे।
बल्ली ने यह भी कहा कि उन्होंने आप को निराशा में छोड़ दिया है क्योंकि पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। पूर्व मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि सिख समुदाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर विश्वास से देख रहा है और 1984 के दंगों के आरोपियों को न्याय दिलाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
निष्कर्ष
दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिससे राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। मतीन अहमद का आप में शामिल होना और बल्ली का पार्टी छोड़ना, दोनों घटनाएं आगामी चुनावों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं।