पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर नोवामुण्डी में संपन्न हुई बिरसा जयंती सह गुरु नानक जयंती के उपलक्ष्य में बालक/बालिका व्यक्तित्व विकास प्रतियोगिता*

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड ।पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर नोवामुंडी में बिरसा जयंती जनजातीय गौरव दिवस हर्षोल्लाह से मनाया गया। कार्यक्रम में विद्यालय कार्यकारिणी प्रबंध समिति के माननीय अध्यक्ष महोदय श्रीमान सुनील कुमार सिंह, माननीया कोषाध्यक्ष श्रीमती मालती लागुरी एवं प्रधानाचार्य श्रीमती सीमा पालित गुरु मां उपस्थित रहें। सुबह 8:00 बजे कक्षा चतुर्थ से दशम तक के भैया बहनों ने नगाड़ा एवं मादल लेकर पथ संचलन किया।
जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष में बालक/बालिका व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम में भैया बहनों के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। बालकों की प्रतियोगिता में कक्षा अष्टम से दशम तक सैंड आर्ट में प्रथम बिस्टू बोस एवं द्वितीय आयुष गुप्ता रहे। कक्षा पंचम से सप्तम तक झारखंड का मानचित्र बनाने में प्रथम सत्यजीत प्रधान एवं द्वितीय रणवीर राउत रहें, नारियल के खोल से कप एवं तबला बनाने में शुभदीप कैबर्त एवं द्वितीय सुशांत बेहरा रहें।
बालिकाओं के लिए भी प्रतियोगिताएं हुई जिसमें कक्षा अष्टम से दशम तक पत्ता से दोना बनाने में प्रथम लिप्सा केराई एवं द्वितीय पिंकी पुरती रहीं, बैग बनाने में प्रथम रानी कुमारी द्वितीय आशिया खातुन एवं सांत्वना पुरस्कार सुमन सुलंकी को प्राप्त हुआ।
कक्षा पंचम से सप्तम तक पत्ता से बड़ा दोना बनाने में प्रथम बरसा दास एवं द्वितीय पीहू राउत रहें एवं जूड़ा बनाने में प्रथम जोया खातुन एवं द्वितीय आकांक्षा ठाकुर रहें। साथ ही जनजातीय गौरव दिवस हेतु विद्यालय के भैया बहनों ने एक छोटा सा कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जिसमें मंच संचालन पिंकी पुरती एवं राहुल शर्मा ने किया। कार्यक्रम का उद्बोधन एवं अतिथि परिचय स्थानीय विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती सीमा पालित गुरु मां द्वारा किया गया।
गुरु मां ने अपने उद्बोधन में कहा कि बिरसा मुंडा हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने उलगुलान नामक आंदोलन की शुरुआत की और अंग्रेजों के खिलाफ अपने आदिवासी भाई बहनों के लिए उन्होंने युद्ध छेड़ दिया। कार्यक्रम में आगे भैया बहनों ने दो आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किए एवं एक आदिवासी गीत प्रस्तुत किया साथ ही बहन संध्या नायक एवं भैया शिवा सोरेन ने बिरसा मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डाला।
माननीया कोषाध्यक्ष श्रीमती मालती लागुरी ने बिरसा मुंडा के महान कार्यों के बारे में बताया। आशीष वचन देते हुए माननीय अध्यक्ष महोदय श्रीमान सुनील कुमार सिंह ने कहा कि बिरसा मुंडा के जीवन से हमें अन्याय के खिलाफ लड़ना सीखना चाहिए। अंत में हंसिका सन्पुरिया द्वारा शांति मंत्र होकर कार्यक्रम की समाप्ति हुई।