पीएम मोदी के बाद अमित शाह ने की फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की तारीफ- कहा: ‘सच छिपाया नहीं जा सकता’*
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और यह आम दर्शकों के साथ ही राजनीतिक हलकों में भी सुर्खियां बटोर रही है। एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने फिल्म को सराहा था और कहा था कि सच सामने आ रहा है। अब गृह मंत्री अमित शाह ने भी फिल्म की प्रशंसा की है और इसे लेकर अपने विचार रखे हैं। पढ़े उन्होंने क्या कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते हुए फिल्म की तारीफ की है। उन्होंने एक यूजर के आलोक भट्ट की टाइमलाइन शेयर करते हुए लिखा, बिल्कुल सही कहा। यह अच्छी बात है कि सच सामने आ रहा है। और वह भी इस तरह से कि आम लोग इसे देख सकें। एक फर्जी कहानी केवल कुछ समय के लिए ही कायम रहती है। अंत में, फैक्ट्स सामने आ जाते हैं’।
गोधरा कांड पर बनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ आम दर्शकों के साथ ही राजनीतिक हलकों में भी सुर्खियां बटोर रही है। इसका प्रमुख कारण यह है कि बेहद संवेदनशील घटना पर बनी इस फिल्म की सराहना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद अब गृह मंत्री अमित शाह ने भी की है।
शाह ने फिल्म की तारीफ करते हुए कथित ईकोसिस्टम पर भी प्रहार किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि द साबरमती रिपोर्ट ने अतुलनीय साहस के साथ ईकोसिस्टम को नकारा है। हाल ही में सिनेमाघरों में रिलीज हुई विक्रांत मैसी अभिनीत फिल्म को देखने के बाद जिस दर्शक की एक्स पोस्ट पर पीएम मोदी ने रविवार को प्रतिक्रिया दी थी, उसी पोस्ट पर सोमवार को गृह मंत्री शाह ने भी विचार रखे।
‘सच को हमेशा के लिए अंधेरे में छिपाया नहीं जा सकता’
अपने एक्स हैंडल से उन्होंने लिखा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि एक शक्तिशाली ईकोसिस्टम कितनी ताकत से प्रयास करता है, लेकिन वह सच को हमेशा के लिए अंधेरे में छिपा नहीं सकता।’ गृह मंत्री ने आगे लिखा, ‘फिल्म द साबरमती रिपोर्ट ने अतुलनीय साहस के साथ इस ईकोसिस्टम को नकारा है और उस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम का सच उजागर कर दिन के उजाले में लेकर आई है।’
गृह मंत्री के इस पोस्ट को इंटरनेट मीडिया पर साझा करते हुए फिल्म निर्माता एकता कपूर ने फिल्म को प्रोत्साहन व सराहना देने के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि यह फिल्म 2002 के गोधरा कांड पर बनाई गई है और दावा किया गया है कि घटना के बाद जिन तथ्यों को कतिपय कारणों से दबा दिया गया था, उन्हें यह फिल्म उजागर करती है।