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बालिका गृह में यौन शोषण का मामला, 28 नाबालिग लड़कियां सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट , मेदिनीनगर में बालिका गृह की सीलिंग, संचालक पर गंभीर आरोप

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड :पलामू जिले के मेदिनीनगर में स्थित एक बालिका गृह में नाबालिग लड़कियों के साथ यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। यह बालिका गृह उन लड़कियों के लिए है जिन्हें विभिन्न मामलों में रेस्क्यू किया गया है और जिन्हें समाज की मुख्य धारा में फिर से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा था।

शिकायत के बाद हुई कार्रवाई

 

इस मामले की शिकायत मानवाधिकार संगठन की महिला विंग की पलामू जिला सचिव चंचला देवी ने की थी। शिकायत के आधार पर मेदिनीनगर सदर की एसडीएम सुलोचना मीणा, प्रशिक्षु डीएसपी राजीव रंजन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान और सदर अंचल के सीओ अमरदीप कुमार बलहोत्रा ने मौके पर पहुंचकर जांच की। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद बालिका गृह को तुरंत सील कर दिया गया।

बच्चियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया

 

बालिका गृह में रह रही 28 बच्चियों को सखी वन स्टॉप सेंटर में शिफ्ट किया गया है। प्रशिक्षु डीएसपी राजीव रंजन ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और पीड़ित बालिकाओं के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

 

संचालक पर गंभीर आरोप

 

गैर सरकारी संस्था विकास इंटरनेशनल द्वारा संचालित इस बालिका गृह के अध्यक्ष रामप्रताप गुप्ता पर लड़कियों के साथ अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया है। चंचला देवी ने बताया कि संचालक ने नाबालिग लड़कियों को घर बुलाकर घरेलू काम करवाने के दौरान उनके साथ छेड़छाड़ की।

बच्चियों की भावनाएं

 

जब शिकायतकर्ता टीम बालिका गृह पहुंची, तो वहां रह रही दो बच्चियां लिपटकर रोने लगीं और अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने गुहार लगाई कि उन्हें वहां से निकाला जाए। एक नाबालिग ने रामप्रताप गुप्ता के खिलाफ यौन शोषण करने की भी शिकायत की है।

 

निष्कर्ष

 

यह मामला न केवल बालिका गृहों में सुरक्षा और देखभाल की आवश्यकता को उजागर करता है, बल्कि समाज में नाबालिगों के खिलाफ होने वाले अपराधों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी आवश्यकता को दर्शाता है। प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से उम्मीद है कि पीड़िताओं को न्याय मिलेगा और ऐसे मामलों को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएंगे।

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