बेटे के हत्यारों की गिरफ्तारी न होने पर मां ने दी जान: झारखंड में दर्दनाक घटना

न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड : धनबाद जिले में एक महिला ने अपने बेटे की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आत्महत्या कर ली। यह घटना गोविंदपुर के रंगडीह गांव की है, जहां 50 वर्षीय वीणा देवी ने अपने इकलौते बेटे अमर गोस्वामी (26) की हत्या के मामले में न्याय न मिलने पर बेहद दुखद कदम उठाया।
घटना का विवरण
अमर गोस्वामी की हत्या अक्टूबर में हुई थी, और उसके शव को 17 अक्टूबर को बड़ाजमुआ क्षेत्र में सड़ी-गली अवस्था में पाया गया था। उसकी पहचान छिपाने के लिए चेहरे पर एसिड डाला गया था। अमर की प्रेमिका और उसके परिवार के चार सदस्यों पर हत्या का आरोप लगाया गया था। हालांकि, 40 दिनों बाद भी पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की, जिससे वीणा देवी बेहद परेशान थीं।
डीएसपी से मुलाकात
वीणा देवी ने पांच दिन पहले ही धनबाद के डीएसपी से मुलाकात की थी और आरोपियों की गिरफ्तारी की गुहार लगाई थी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह आत्महत्या कर लेंगी। लेकिन उनकी यह अपील अनसुनी रह गई।
आत्महत्या का मामला
बीते शुक्रवार को वीणा देवी का शव उनके घर के पीछे एक पेड़ से लटका मिला। उनकी मृत्यु के बाद परिजनों और ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए एसएसपी को मौके पर बुलाने की मांग की। स्थानीय लोगों ने 8 घंटे तक शव को फंदे से नहीं उतारने दिया, और अंततः एसएसपी से फोन पर बात कराने के बाद ही वे शांत हुए।
परिवार का बयान
मृतक अमर के भतीजे आशीष मंडल ने बताया कि उनकी दादी वीणा देवी ने डीएसपी के पास जाकर आत्महत्या करने की धमकी दी थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जांच अधिकारी नागेश श्रीवास्तव आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहे थे।
पुलिस का बयान
डीएसपी शंकर कामती ने कहा, “अमर की मां मिलने आई थी। मैंने बरवाअड्डा थानेदार को गिरफ्तारी का निर्देश दिया था। आईओ छुट्टी पर हैं और चुनाव के कारण भी देरी हुई है। आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे।”
निष्कर्ष
यह घटना न केवल एक मां की दुखद मृत्यु को दर्शाती है, बल्कि यह न्याय प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को भी उजागर करती है। स्थानीय समुदाय अब इस मामले में कार्रवाई की उम्मीद कर रहा है ताकि वीणा देवी और उनके बेटे को न्याय मिल सके।