बर्फबारी से पहाड़ों में मुश्किलें बढ़ीं, मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। हिमाचल प्रदेश में 87 सड़कें बंद करनी पड़ी हैं, जबकि गाड़ियों के फिसलने से दिल्ली के पर्यटक समेत तीन लोगों की जान चली गई है। लाहौल और धुंधी में बर्फबारी के बीच फंसे 1,300 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल कर मनाली पहुंचाया गया है।
बर्फबारी से प्रभावित क्षेत्र और हालात:
हिमाचल के कुफरी और लाहौल में सोमवार को दोपहर बाद फिर से बर्फबारी हुई, जिससे अटल टनल रोहतांग को सैलानियों के लिए बंद करना पड़ा। आपात स्थिति में केवल फोर-बाई-फोर वाहन ही टनल से गुजरने की अनुमति दी गई। बर्फबारी के कारण 15 सड़कें और 18 ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग, सोनमर्ग और दूधपथरी में भी बर्फबारी के बाद सफेद चादर बिछ गई है। श्रीनगर-लेह राजमार्ग अब भी बंद है। लेह क्षेत्र सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान -12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मैदानी इलाकों में बढ़ी ठंड:
पहाड़ों की बर्फबारी और बारिश के कारण दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में ठंड का असर दिखने लगा है। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले चार से पांच दिनों तक शीतलहर की संभावना जताई है। हवाओं की गति 8 से 12 किमी प्रति घंटा तक रहने का अनुमान है, जिससे ठिठुरन और बढ़ सकती है।
शिमला और अन्य क्षेत्रों का तापमान:
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शिमला में अधिकतम तापमान 10.4 डिग्री, धर्मशाला में 16.0, कल्पा में 2.3, समदो में 1.7 और ऊना में 21.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य के मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी में मंगलवार और बुधवार को कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार से मौसम साफ होने और धूप निकलने की संभावना है, जिससे ठंड में थोड़ी राहत मिल सकती है।