भेड़िये के आतंक से ग्रामीण दहशत में, प्रशासन से सुरक्षा की मांग
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चतरा जिला स्थित मयूरहंड प्रखंड के गणेशपुर गांव और इटखोरी थाना क्षेत्र के करमा खुर्द गांव में भेड़िये के आतंक से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। बीते दो दिनों में चार बच्चे और कई मवेशी भेड़िये के हमले में गंभीर रूप से जख्मी हो चुके हैं। सभी घायलों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।
भेड़िये का खौफ जारी
गणेशपुर और करमा खुर्द के ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने सुबह के समय भेड़िये को गांव के पास घूमते हुए देखा। डर के मारे लोग बचाव के लिए हाथों में लाठी-डंडे लेकर बाहर निकल रहे हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
वन विभाग हुआ सतर्क
भेड़िये के आतंक की खबर के बाद वन विभाग भी सक्रिय हो गया है। विभाग के कर्मचारी गांवों में लगातार पटाखे फोड़कर भेड़िये को भगाने की कोशिश कर रहे हैं। करमा खुर्द, गणेशपुर, मयूरहंड, हुसिया, और महुवरी समेत आसपास के गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
ग्रामीणों को सुरक्षा के उपाय
वन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है:
शाम के बाद बच्चों को घर से बाहर न निकलने दें।
बाहर निकलते समय हाथों में लाठी या अन्य सुरक्षा उपकरण लेकर चलें।
अकेले जाने से बचें और समूह में रहें।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही भेड़िये का आतंक खत्म होगा और सामान्य जीवन बहाल होगा। प्रशासन और वन विभाग ने रात-दिन निगरानी रखने की बात कही है।