पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने की असंसदीय भाषा की निंदा, राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर साधा निशाना
न्यूज़ लहर संवाददाता
रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने विधानसभा में उनके खिलाफ की गई असंसदीय टिप्पणी को लेकर कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कड़ा संदेश जारी करते हुए कहा कि एक विधानसभा सदस्य द्वारा उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया, जो उस सदस्य के नैतिक पतन और संस्कारहीनता को दर्शाता है।
संघर्षपूर्ण राजनीतिक जीवन का उल्लेख
चंपाई सोरेन ने अपने लंबे राजनीतिक करियर की चर्चा करते हुए कहा कि वे पिछले साढ़े चार दशकों से जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष करते आए हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन से लेकर विधानसभा तक उनके प्रयास जनता के लिए रहे हैं और उन्होंने कभी भी किसी के प्रति अभद्र भाषा का उपयोग नहीं किया।
विरोधियों पर किया पलटवार
उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग उनकी राजनीतिक सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने इशारों में कहा कि ऐसे लोग केवल पार्टी विशेष की दया पर टिके हुए हैं और उनकी नैतिकता पर सवाल उठाया।
जनता देगी जवाब
पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि झारखंड की जनता ऐसे बयानों का उचित जवाब देगी। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक करियर जनता के अपार समर्थन के कारण आज भी मजबूत है, चाहे उन्होंने किसी भी मोड़ पर पार्टी बदली हो।
चंपाई सोरेन का यह बयान राज्य की राजनीति में नई बहस को जन्म दे सकता है, जहां सत्ता और विपक्ष के बीच हाल के दिनों में लगातार तीखे बयानबाजी का दौर चल रहा है।