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राहुल गांधी को गूल्लक देने वाले कारोबारी मनोज परमार और पत्नी ने की आत्महत्या, ईडी की कार्रवाई पर उठे सवाल

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

मध्य प्रदेश: सीहोर जिले के आष्टा में एक दुखद घटना में, कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी ने आत्महत्या कर ली। यह घटना शांति नगर में हुई, और प्रारंभिक जांच में उनके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।

ईडी की छापेमारी का संदर्भ

 

मनोज परमार पर आरोप था कि उन्होंने प्रधानमंत्री स्वरोजगार सृजन कार्यक्रम और मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लगभग 6 करोड़ रुपये का घोटाला किया। 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद उनकी चल-अचल संपत्ति को सीज कर दिया गया था।

सुसाइड नोट की सामग्री

 

मृतक मनोज परमार ने 6 पन्नों का एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस और अन्य 17 लोगों के नाम लिए हैं। नोट में उन्होंने ईडी के अधिकारियों द्वारा मानसिक दबाव बनाने और भाजपा में शामिल होने के लिए मजबूर करने का उल्लेख किया।

 

परिवार का बयान

 

मनोज के बड़े बेटे जतिन परमार ने आरोप लगाया कि ईडी के अधिकारियों ने उनके माता-पिता पर मानसिक दबाव डाला था, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या का कदम उठाया। मनोज के भाई राजेश परमार ने भी इस बात की पुष्टि की कि मनोज ईडी की कार्रवाई से परेशान थे।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

 

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस घटना को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मनोज परमार की आत्महत्या ईडी की कार्रवाई से उत्पन्न मानसिक तनाव का परिणाम है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी आष्टा पहुंचे और मृतक के परिवार से चर्चा की।

 

बीजेपी के प्रवक्ता सलूजा ने सोशल मीडिया एक्स पर यह लिखा था

ईडी की कार्रवाई के बाद बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा था, ‘ये वही उद्योगपति मनोज परमार है, जो रात दिन भाजपा को कोसता है, जिसने बच्चों की एक ‘गुल्लक टीम’ बनाई हुई है। ये गुल्लक टीम राहुल गांधी से लेकर कमल नाथ जी, पवन खेड़ा, भूपेश बघेल, हिमाचल के मुख्यमंत्री और अन्य बड़े कांग्रेस के नेताओ को समय-समय पर पैसों की गुल्लक भेंट करती है।’

 

सलूजा ने आगे लिखा था- ‘राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी ये टीम राहुल गांधी को गुल्लक भेंट करने पहुंची थी। खुद राहुल गांधी ने इसको ट्वीट किया था। ये गुल्लक टीम कांग्रेस का प्रचार करती है, दिनभर सोशल मीडिया पर भाजपा को कोसती है। मनोज परमार रात दिन अपनी इस गुल्लक टीम को प्रमोट करता है। इस गुल्लक टीम की आड़ में भ्रष्टाचार की कमाई का कैसा खेल खेला जा रहा था, यह आज पता चला है।’

 

चिकित्सा जांच

 

घटना के बाद, सीहोर से चिकित्सकों की एक टीम आष्टा पहुंची और पोस्टमार्टम किया गया। एसडीओपी आकाश अमलकर ने कहा कि घटना के कारणों की जांच अभी जारी है।

 

निष्कर्ष

 

यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि यह उन गंभीर मुद्दों को भी उजागर करती है जो सरकारी जांच एजेंसियों द्वारा किए जाने वाले दबाव और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालने वाले प्रभावों से संबंधित हैं। मामले की जांच जारी है और आगे की जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

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