मानगो नगर निगम क्षेत्र में कचरा समस्या गंभीर,कचरा डंपिंग पर एनजीटी की रोक से बढ़ी मुश्किलें
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर के मानगो नगर निगम क्षेत्र में कचरा उठाव ठप होने से स्थिति चिंताजनक हो गई है। सोनारी मरीन ड्राइव के पास कचरा डंपिंग स्थल पर हाल ही में आग लगने से जहरीले धुएं के कारण लगभग 20,000 लोग प्रभावित हुए थे। इस घटना के बाद, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने यहां कचरा डंपिंग पर रोक लगा दी, जिससे मानगो नगर निगम की नींद उड़ गई।
वैकल्पिक स्थान की कमी
मानगो नगर निगम के पास कचरा डंपिंग के लिए कोई वैकल्पिक स्थान नहीं है। हालांकि, करोड़ों रुपए की योजनाओं के तहत एक स्थान चिन्हित किया गया था, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के कारण जिला प्रशासन को उस स्थान से पीछे हटना पड़ा। अब तक कोई नया स्थान चिन्हित नहीं किया गया है, और इसका खामियाजा स्थानीय जनता को भुगतना पड़ रहा है।
कचरे का अंबार और स्वास्थ्य संकट
पूरे इलाके में कचरे का अंबार लगा हुआ है। हर घर में कचरा जमा हो गया है और चौक-चौराहों पर भी कचरे का ढेर लगा हुआ है। इससे क्षेत्र में बीमारियों फैलने का खतरा बढ़ गया है। चार दिनों से मानगो नगर निगम क्षेत्र में कचरा उठाने का अभियान बंद हो गया है, और डोर-टू-डोर कचरा उठाने की प्रक्रिया भी ठप हो गई है।
भाजपा का आरोप और प्रशासन की प्रतिक्रिया
भाजपा ने इस मुद्दे पर पूर्व सरकार और पूर्व मंत्री को निशाने पर लिया, आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने केवल वादे किए और धरातल पर कुछ नहीं किया। भाजपा नेताओं ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
विधायक सरयू राय की पहल
इस बीच, एनडीए के विधायक सरयू राय ने जिला प्रशासन से वार्ता कर इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही मानगो नगर निगम के अधिकारी कचरा उठाने का अभियान शुरू नहीं करते हैं, तो जनता मजबूर होकर निगम कार्यालय के अंदर कचरा फेंकने के लिए बाध्य होगी।
निष्कर्ष
मानगो नगर निगम क्षेत्र में कचरे की समस्या गंभीर होती जा रही है, और इसे हल करने के लिए प्रशासन को तत्परता दिखानी होगी। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह स्थिति न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि पूरे शहर के लिए संकट बन सकती है।