Crime

पारा शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष सोनू सरदार की हत्या का खुलासा, पांच आरोपी गिरफ्तार, मुख्य सूत्रधार फरार

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:सरायकेला जिले के गम्हरिया थाना अंतर्गत नव प्राथमिक विद्यालय, बड़डीह में पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सोनू सरदार की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सूत्रधार बीरबल सरदार और एक अन्य आरोपी लक्खीचरण नायक अब भी फरार हैं। पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने हत्या में प्रयुक्त हथियार, गोलियां और वाहन भी बरामद कर लिए हैं।

जिले के पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि 13-14 दिसंबर 2024 की रात जशपुर पंचायत की मुखिया के पति और पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सोनू सरदार की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद गम्हरिया थाना में कांड संख्या 135/2024 के तहत मामला दर्ज कर एसआईटी का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी और भौतिक साक्ष्यों के आधार पर पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान आशीष गोराई, विश्वजीत नायक, अनिल सरदार उर्फ गोंदी, आनंद दास और सुरज मार्डी के रूप में हुई है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि इस हत्या का मुख्य सूत्रधार बीरबल सरदार है, जो घटना के बाद से फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार आशीष गोराई का नाम पहले भी गम्हरिया थाना में एक आपराधिक मामले में दर्ज है।

 

पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लोडेड पिस्टल, मैगजीन के साथ चार जिंदा कारतूस, एक देशी कट्टा और एक जिंदा कारतूस सहित घटना में प्रयुक्त तीन दोपहिया वाहन भी बरामद किए हैं। बरामद वाहनों में टीवीएस अपाचे, होंडा शाइन एसपी और होंडा डियो स्कूटी शामिल हैं।

 

एसआईटी का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समीर सवैया ने किया। टीम में गम्हरिया, आदित्यपुर और आरआईटी थाना के पुलिसकर्मी और तकनीकी शाखा के सदस्य शामिल थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को तुरंत दें और अपराध मुक्त समाज बनाने में सहयोग करें।

इस खुलासे के साथ पुलिस ने इलाके में फैले भय के माहौल को कम करने की दिशा में एक बड़ी सफलता हासिल की है। हत्या के पीछे की साजिश और उद्देश्य का खुलासा फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही हो सकेगा।

Related Posts