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सहायक श्रम आयुक्त की अध्यक्षता में 10 घंटे तक टाटा स्टील व झामयू के बीच चली सकारात्मक वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त       

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

 

झारखंड।गुवा में टाटा स्टील की विजय-टू लौह अयस्क खदान प्रबंधन व झारखण्ड मजदूर यूनियन के बीच बीते 23 दिसम्बर से जारी 14 सूत्री मांगों को लेकर विवाद और आर्थिक नाकेबंदी सर्वेश कुमार, सहायक श्रम आयुक्त (केंद्रीय), चाईबासा के कार्यालय में 26 दिसम्बर की सुबह लगभग 10 बजे से रात्रि लगभग 9 बजे तक चली लगभग 10 घंटों तक लंबी व ऐतिहासिक वार्ता के बाद समाप्त हुआ। झारखण्ड मजदूर यूनियन के कोल्हान प्रमंडल उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद मोहंती, जिलाध्यक्ष आशीष कुमार कुदादा, महासचिव राजेन्द्र चाम्पिया, बराईबुरु इकाई के अध्यक्ष दिनबंधु पात्रो, उपाध्यक्ष परमेश्वर बुरुमा, महासचिव दुलाल चाम्पिया, सचिव कामेश्वर माझी, बहदा मुंडा रोया सिधु, साधो देवगम, लखन चाम्पिया, मधु सिधु आदि ने संयुक्त रुप से बताया कि आज हुई ऐतिहासिक वार्ता के बाद हम सभी अपना आंदोलन को वापस लेते हैं।

27 दिसम्बर से टाट स्टील की विजय-टू खदान में आम दिनों की तरह उत्पादन व माल ढुलाई का कार्य प्रारम्भ होगी एवं आंदोलन में शामिल सभी मजदूर अपने-अपने काम पर लौट जायेंगे। दिनबंधु पात्रों ने कहा कि बैठक में जिस बात पर कंपनी प्रबंधन के साथ जो सहमति बनी है उसमें मजदूरों का बकाया ग्रेच्युटी का पैसा, 20 फीसदी बोनस में से 8.33 फीसदी बोनस मिलने के बाद बकाया बाकी बोनस का पैसा, धूल-कण भत्ता का पैसा, 50 रूपये कैंटिन भत्ता का पैसा, समान्य रुप से अनफीट मजदूरों को मेडिकल फीट करने आदि मांगों को 14 जनवरी से पहले कंपनी प्रबंधन को पूरा करने का निर्देश एएलसी द्वारा कंपनी प्रबंधन को दिया गया है।

कंपनी प्रबंधन ने भी अपने अधिन कार्यरत तमाम वेंडरों को इससे संबंधित निर्देश देने का भरोसा दिया है। मजदूरों का स्थायीकरण मामले पर अभी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। सहायक श्रमायुक्त ने 13 जनवरी को पुनः इन मांगों को लेकर रीव्हूव बैठक रखा है।

अगर हमारी मांगों को उस तिथि तक पूरा नहीं किया गया तो हम पुनः 23 जनवरी से आर्थिक नाकेबंदी को बाध्य होंगे। सहायक श्रमायुक्त सर्वेश कुमार ने बताया की आज की बैठक काफी सकारात्मक रही है। आंदोलन खत्म हुआ यह हम सभी के लिये अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि यह बातचीत का सिलसिला खत्म नहीं हुई है बल्कि आगे और भी चलेगी। जहा तक 20 फीसदी बोनस की बात है तो कंपनी का रिकार्ड रजिस्टर लाभ से संबंधित जांच किया जायेगा, क्योंकि अधिकतम बोनस उनके लाभ के आधार पर दिया जाता है। हमने कहा है प्रबंधन को की जो मेडिकली अनफीट हैं उन्हें फीट कर काम पर लगाये। यह वार्ता आगे भी जारी रहेगी।

इस वार्ता में सहायक श्रम आयुक्त (केंद्रीय), चाईबासा सर्वेश कुमार, टाटा स्टील प्रबंधन की तरफ से हिमांशु बेहरा (एचआर, नोवामुण्डी), अमूल्य रतन (एचआर, विजय-टू) विवेक अग्रवाल (खान प्रबंधक) के अलावे झारखण्ड मजदूर यूनियन की तरफ से कोल्हान प्रमंडल उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद मोहंती,

जिलाध्यक्ष आशीष कुमार कुदादा, महासचिव राजेन्द्र चाम्पिया, बराईबुरु इकाई के अध्यक्ष दिनबंधु पात्रो, उपाध्यक्ष परमेश्वर बुरुमा,क्रांतिकारी दुलाल चाम्पिया, सचिव कामेश्वर माझी, बहदा मुंडा रोया सिधू, साधो देवगम, लाखन चाम्पिया, मधु सिधु शामिल थे।

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