टीटीपी का पाकिस्तानी मिलिट्री बेस पर हमला: सलारजई तहसील में चेकपोस्ट पर कब्जा, तनाव बढ़ा
न्यूज़ लहर संवाददाता
पाकिस्तान: तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने सोमवार सुबह पाकिस्तान के बाजौर जिले की सलारजई तहसील में एक मिलिट्री बेस पर कब्जा कर लिया। इस घटना का दावा टीटीपी ने एक वीडियो जारी कर किया, जिसमें दिखाया गया कि पाकिस्तानी सेना के जवान चौकी छोड़कर भागते हुए नजर आ रहे हैं। टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना का झंडा हटाकर अपना इस्लामिक झंडा लहरा दिया।
टीटीपी ने बताया कि इस हमले को ऑपरेशन का नाम दिया गया है और यह पाकिस्तान की सेना के खिलाफ उनके संघर्ष का हिस्सा है। वीडियो में भारी हथियारों और विस्फोटकों का उपयोग करते हुए हमला दिखाया गया है।
पाकिस्तानी सेना का दावा
पाकिस्तानी सेना ने भी घटना की पुष्टि की है और इसे एक बड़ा हमला बताया है। सेना के अनुसार, टीटीपी ने बिना किसी उकसावे के भारी हथियारों से सीमा चौकी पर हमला किया। सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 15 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। हालांकि, सेना ने यह भी स्वीकार किया कि इस हमले से सीमा पर उनकी स्थिति कमजोर हुई है।
डूरंड लाइन पर बढ़ा तनाव
टीटीपी के इस हमले के बाद डूरंड लाइन पर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार और पाकिस्तानी सेना के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई है। दोनों पक्षों ने सीमा पर भारी हथियार और अतिरिक्त बल तैनात कर दिए हैं।
टीटीपी का बढ़ता प्रभाव
विशेषज्ञों का मानना है कि टीटीपी का यह हमला पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती है। हाल के महीनों में टीटीपी ने कई हमलों को अंजाम देकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। सलारजई तहसील में चौकी पर कब्जा इस संगठन की बढ़ती ताकत का संकेत है।
पाकिस्तानी सरकार की प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सरकार ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस हमले का कड़ा जवाब देंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में कहा गया कि पाकिस्तान की संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
यह हमला पाकिस्तान के लिए न केवल आंतरिक सुरक्षा बल्कि पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में भी गंभीर संकट पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस स्थिति को समय पर नियंत्रित नहीं किया गया तो यह क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ावा दे सकता है।