कुडू प्रखंड और चंदवा प्रखंड के बीच में अवस्थित कांति फॉल 200फिट से नीचे गिरता कल कल करता पानी लोगों को मोहित करता है
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: लोहरदगा और लातेहार जिला के बॉर्डर में अवस्थित है कांति जलप्रपात | इस स्थान में क्रांतिकारियों का आंदोलन अंग्रेजों के विरुद्ध हुआ था और टाना भगत और अन्य यहाँ शहीद हुए थे इसलिए इस जलप्रपात की क्रांति झरना के नाम प्रसिद्ध हुआ करता था बाद काल में लोग इसे कांति झरना कहने लगे है |
यहाँ भी पिकनिक के लिए सर्वोत्तम स्थान माना जाता है खाना बनाने पकाने के लिए सभी जरुरी वस्तुवें यथार्थ जल, लकड़ी उपलब्ध है केवल बर्तन लेकर आना होता है, यहाँ भी नव वर्ष में लोगों की अपार भीड़ ने पिछला सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया है |
लातेहार विधायक बैधनाथ राम द्वारा तोरण द्वार बनाया गया है ये कुडू से पाँच किलोमीटर की दुरी पर तोरण द्वार है और यहाँ से सात किलोमीटर कांति झरना का रामणीय जलप्रपात लोगों को आकर्षित करता रहता है,
लगभग 200फिट ऊपर से सापाट नीचे जलधारा नीचे गिरना फोटोग्राफी के लिए शानदार दृश्य माना जाता है |