MAXI फेयर 2025: 45वें संस्करण में सोनू निगम और निखिल डिसूजा की शानदार प्रस्तुतियां
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड।जमशेदपुर में 10 जनवरी 2025 – जमशेदपुर के सबसे प्रतिष्ठित वार्षिक उत्सवों में से एक, MAXI फेयर, इस साल अपने 45वें संस्करण का आयोजन करने जा रहा है। XLRI जमशेदपुर के जीवंत मैदान में 18 और 19 जनवरी 2025 को होने वाले इस मेले में संगीत, संस्कृति और सामुदायिक उत्सव का भव्य प्रदर्शन होगा।
संगीत का अद्भुत समागम
इस साल के MAXI फेयर को खास बनाने के लिए दो बेहतरीन संगीत प्रस्तुतियां होंगी:
निखिल डिसूजा, अपनी मधुर आवाज और दिल छू लेने वाले गीतों के साथ 18 जनवरी की शाम को उद्घाटन करेंगे।
सोनू निगम, भारत के प्रिय संगीतकार, 19 जनवरी की अंतिम रात को मंच पर अपनी प्रस्तुति देंगे।
दोनों कंसर्ट शाम 7 बजे से शुरू होंगे और दर्शकों को यादगार संगीत अनुभव प्रदान करेंगे।
हर आयु वर्ग के लिए मनोरंजन
संगीत के अलावा, MAXI फेयर 2025 में विभिन्न आयु वर्ग और रुचियों को ध्यान में रखते हुए ढेर सारे कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित की जाएंगी:
आर्ट अटैक: उभरते कलाकारों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का मंच।
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता: मजेदार और कल्पनाशील पोशाकों का प्रदर्शन।
मिस्टर और मिस जमशेदपुर: प्रतिभा, व्यक्तित्व और आकर्षण का जश्न।
जमशेदपुर की पसंदीदा फैमिली: परिवारों के बीच मजेदार और इंटरेक्टिव गेम्स।
सा रे गा मा पा जमशेदपुर: स्थानीय गायन प्रतिभाओं के लिए मंच।
मास्टरशेफ जमशेदपुर: उभरते शेफ अपनी पाक-कला का प्रदर्शन करेंगे।
डांस मैनिया: ऊर्जावान डांस परफॉर्मेंस दर्शकों का दिल जीतेंगी।
इनोवेशन और सीख का अनोखा संगम
1976 में प्रोफेसर शरद सरिन द्वारा शुरू किया गया MAXI फेयर केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है, जो मनोरंजन और नवाचार को जोड़ता है। यह उपभोक्ता शोध के साथ अनुभवात्मक मार्केटिंग का अनूठा मॉडल प्रस्तुत करता है।
पेप्सी, आईटीसी और ब्रुक बॉन्ड जैसी कंपनियां इस मेले की क्रिएटिव गतिविधियों का उपयोग कर उपभोक्ता की जरूरतों को समझने में सफल रही हैं। मार्केटिंग एसोसिएशन ऑफ XLRI (MAXI) द्वारा आयोजित यह मेला रचनात्मकता और सहयोग का एक आदर्श उदाहरण है।
सामुदायिक भावना का उत्सव
45 वर्षों के इस शानदार सफर के साथ, MAXI फेयर 2025 जमशेदपुर की एकता, संस्कृति और जीवंतता का प्रतीक बनेगा। हर साल 15,000 से अधिक लोग इस मेले का हिस्सा बनते हैं, और यह परिवारों, पेशेवरों और छात्रों के लिए एक प्रिय परंपरा बन चुका है।