न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने जमशेदपुर सिविल कोर्ट में Vulnerable Witness Waiting Room का किया उद्घाटन
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:जमशेदपुर में आज जमशेदपुर सिविल कोर्ट में न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने Vulnerable Witness Waiting Room का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विशेष तौर पर सीनियर एसपी किशोर कौशल और सिविल कोर्ट के कई वरिष्ठ अधिवक्ता उपस्थित थे। इस वेटिंग रूम का उद्देश्य न्याय प्रक्रिया में शामिल कमजोर और संवेदनशील गवाहों को सुरक्षित और आरामदायक माहौल प्रदान करना है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
उद्घाटन के दौरान न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने वेटिंग रूम के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि न्याय प्रणाली में गवाहों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, और उनकी सुरक्षा एवं मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए ऐसी सुविधाओं की आवश्यकता है। उन्होंने प्रशासन और अदालत के अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वेटिंग रूम की सुविधाओं को हमेशा दुरुस्त रखा जाए और रख-रखाव पर ध्यान दिया जाए।
इस वेटिंग रूम में गवाहों के लिए आरामदायक कुर्सियां, साफ-सुथरा वातावरण, और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। इसे विशेष रूप से उन गवाहों के लिए डिजाइन किया गया है, जिन्हें अपराध के मामलों में गवाही देते समय मानसिक तनाव और सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
अधिवक्ताओं और अधिकारियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। उन्होंने इस नई पहल का स्वागत करते हुए इसे न्यायिक प्रक्रिया के लिए एक सकारात्मक कदम बताया। एसएसपी किशोर कौशल ने भी अपने विचार व्यक्त किए और गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
भविष्य की योजनाएं
न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने भविष्य में ऐसे वेटिंग रूम अन्य कोर्ट परिसरों में भी स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि यह कदम गवाहों के मनोबल को बढ़ाने और न्यायिक प्रक्रिया को सुगम बनाने में सहायक होगा।
कार्यक्रम का समापन अधिकारियों और अधिवक्ताओं के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह पहल न्याय व्यवस्था में सुधार और गवाहों के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम है।