सुकेश चंद्रशेखर ने वित्त मंत्री को लिखा पत्र, 7,640 करोड़ रुपये टैक्स भरने और भारत में निवेश की पेशकश
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली:दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। इस बार उसने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक चौंकाने वाला पत्र लिखा है। पत्र में सुकेश ने अपनी विदेशी आय का जिक्र करते हुए 7,640 करोड़ रुपये का टैक्स भरने की पेशकश की है। उसने दावा किया है कि यह आय 2024-25 वित्तीय वर्ष में उसकी दो विदेशी कंपनियों से हुई है।
कौन सी हैं ये कंपनियां?
सुकेश चंद्रशेखर ने पत्र में कहा है कि उसकी दो विदेशी कंपनियां – LS होल्डिंग्स इंटरनेशनल (नेवाडा, अमेरिका) और स्पीड गेमिंग कॉरपोरेशन (ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स) 2016 से संचालित हो रही हैं। ये कंपनियां ऑनलाइन और ऑफलाइन गेमिंग और बेटिंग के क्षेत्र में काम करती हैं। उसने दावा किया कि इन कंपनियों का कारोबार अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन, दुबई और हांगकांग समेत कई देशों में फैला हुआ है।
सुकेश के मुताबिक, इन कंपनियों से 2024 में उसकी कुल आय लगभग 22,410 करोड़ रुपये (लगभग $2.7 बिलियन) हुई है। उसने यह भी कहा कि यह आय पूरी तरह कानूनी है और अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग कानूनों का पालन करती है।
भारत में निवेश की इच्छा जताई
अपने पत्र में सुकेश ने न केवल टैक्स चुकाने की बात कही, बल्कि भारत में टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन स्किल गेमिंग के क्षेत्र में निवेश की इच्छा भी जताई है। उसने कहा कि वह अपनी आय का इस्तेमाल भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में करना चाहता है। हालांकि, इस दावे की किसी भी सरकारी एजेंसी द्वारा पुष्टि नहीं की गई है।
किन आरोपों में जेल में बंद है सुकेश चंद्रशेखर?
सुकेश चंद्रशेखर पर 200 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग समेत कई बड़े धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर्स शिविंदर सिंह और मलविंदर सिंह की पत्नियों को 200 करोड़ रुपये ठगने का आरोप उसकी सबसे बड़ी ठगी में शामिल है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा समेत कई एजेंसियां उसकी जांच कर रही हैं।
सुकेश बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस के साथ अपने कथित संबंधों को लेकर भी चर्चा में रहा है। हालांकि, जैकलीन ने बार-बार इन दावों को खारिज किया है।
क्या सुकेश की पेशकश पर होगा विचार?
सुकेश चंद्रशेखर के दावों और उसकी पेशकश पर सरकार या वित्त मंत्रालय की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उसकी कथित कानूनी आय और टैक्स भुगतान की पेशकश को कितनी गंभीरता से लिया जाता है।