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जमशेदपुर: 62 दिन बाद सिदगोड़ा निवासी गुड्डू शुक्ला का नरकंकाल बरामद, हत्या के आरोप में पिंटू कुमार गिरफ्तार

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:जमशेदपुर के सिदगोड़ा बजरंग चौक रिंग रोड निवासी गुड्डू शुक्ला उर्फ रमेश शुक्ला का नरकंकाल 62 दिनों बाद रविवार को खरसावां थाना क्षेत्र के विषयगोड़ा-सीनी मार्ग पर सोना नदी के पास बरामद हुआ। पुलिस ने इस हत्या मामले में आदित्यपुर विद्युतनगर निवासी टेंपो चालक पिंटू कुमार को गिरफ्तार किया है। पिंटू की निशानदेही पर गुड्डू का नरकंकाल दो पत्थरों के बीच से बरामद किया गया। साथ ही हत्या में इस्तेमाल टेंपो और मृतक की बाइक भी पुलिस ने बरामद कर ली है।

हत्या का खुलासा

 

पिंटू कुमार ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि गुड्डू शुक्ला की हत्या बागबेड़ा के कुख्यात अपराधी अजय मल्लाह ने की थी। अजय ने गुड्डू को चार गोलियां मारी, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद शव को बोरे में बंद कर टेंपो से खरसावां के सोना नदी में फेंक दिया गया। गुड्डू के मोबाइल, पर्स और एटीएम कार्ड को गड्ढे में छुपा दिया गया था।

मुखबिरी और पैसों के विवाद में हत्या की आशंका

 

पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि गुड्डू शुक्ला पुलिस की मुखबिरी करता था और उसने हाल ही में आदित्यपुर और जुगसलाई में चोरी के मामलों में अपराधियों को पकड़वाने में मदद की थी। इसके अलावा, कोवाली में हुई एक चोरी के पैसे बांटने को लेकर अजय मल्लाह और गुड्डू के बीच विवाद हुआ था। इस डर से कि गुड्डू पुलिस को जानकारी दे सकता है, अजय ने उसकी हत्या की साजिश रच डाली।

 

मुख्य आरोपी अजय मल्लाह जेल में बंद

 

अजय मल्लाह, जो बागबेड़ा का कुख्यात अपराधी है, वर्तमान में घाघीडीह जेल में है। उसे कोवाली पुलिस ने चोरी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अजय पर हत्या सहित कई गंभीर मामले दर्ज हैं। गुड्डू शुक्ला के गायब होने के बाद पुलिस ने अजय से पूछताछ की थी, लेकिन उसने कोई जानकारी नहीं दी थी।

 

गुड्डू शुक्ला के लापता होने का मामला

 

10 नवंबर को गुड्डू शुक्ला अपने निर्माणाधीन घर आदित्यपुर विद्युतनगर गया था, जिसके बाद वह घर नहीं लौटा। पत्नी सुरभि कुमारी से उसकी आखिरी बार फोन पर बात हुई थी, लेकिन बाद में उसका मोबाइल बंद हो गया। परिवार ने सिदगोड़ा और आदित्यपुर थानों में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।

 

पुलिस की कार्रवाई जारी

 

पुलिस ने हत्या के सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है और घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस घटना ने एक बार फिर अपराध और मुखबिरी के खतरों को उजागर कर दिया है।

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