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एक्सएलआरआई में बिजनेस और लीडरशिप में सम्मान पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआई – जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने जेआरडी टाटा फाउंडेशन फॉर बिजनेस एथिक्स के साथ मिलकर 9 से 11 जनवरी 2025 तक तीन दिवसीय “बिजनेस और लीडरशिप में सम्मान” पर एक परिवर्तनकारी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने बिजनेस और लीडरशिप प्रथाओं में सम्मान को एकीकृत करने और नैतिक ढांचे के माध्यम से एक स्थायी और समावेशी वैश्विक भविष्य बनाने पर जोर दिया।

उद्घाटन समारोह: सम्मान की शक्ति

 

सम्मेलन का उद्घाटन 9 जनवरी 2025 को किया गया, जिसमें कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित थे। टाटा स्टील की मुख्य नैतिकता सलाहकार सुश्री सोनी सिन्हा ने कहा, “सम्मान केवल एक सिद्धांत नहीं, बल्कि एक ऐसा सूत्र है, जो संगठनात्मक सफलता को सामाजिक कल्याण के साथ जोड़ता है।”

भारतीय स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन प्रो. डॉ. मदन पिल्लुतला, मुख्य अतिथि के रूप में, ने कहा, “ऐसी लीडरशिप जो मानवता और विविधता का सम्मान करती है, वह लाभ-केंद्रित मानसिकता से आगे बढ़कर एक स्थायी विरासत का निर्माण करती है।”

 

एक्सएलआरआई के डीन (अकादमिक) प्रो. संजय पात्रो और डीन (प्रशासन-आर्थिक) फादर डोनाल्ड डी’सिल्वा एसजे ने भी संस्थान की नैतिक नेतृत्व की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।

 

फादर कुरुविल्ला पंडिकट्टू एसजे, जेआरडी टाटा फाउंडेशन फॉर बिजनेस एथिक्स के चेयर प्रोफेसर, ने अपनी नई पुस्तक “एथिकल लीडरशिप एंड सस्टेनेबल प्रैक्टिसेस” का विमोचन किया। उन्होंने कहा, “स्थायी नेतृत्व का आधार सम्मान है, जो व्यक्तियों और संगठनों को उद्देश्यपूर्ण रूप से उन्नति करने के लिए प्रेरित करता है।”

 

एथिकोस्फीयर: नैतिक नेतृत्व के लिए एक नया युग

 

10 जनवरी 2025 को एक्सएलआरआई ने “एथिकोस्फीयर” नामक एक अद्वितीय मंच का शुभारंभ किया, जिसका उद्देश्य शिक्षा और उद्योग में नैतिक नेतृत्व को बढ़ावा देना है।

आईआईएम इंदौर के निदेशक डॉ. हिमांशु राय ने कहा, “अनुपालन से मूल्य-आधारित शासन की ओर बदलाव न केवल वांछनीय है, बल्कि स्थायी प्रगति के लिए आवश्यक भी है।”

एक्सएलआरआई के निदेशक फादर जॉर्ज सेबेस्टियन ने कहा, “एथिकोस्फीयर एक ऐसा मंच है, जहां ईमानदारी नवाचार से मिलती है।”

 

प्रमुख वक्ता और पैनल चर्चा

 

सम्मेलन में कई ख्यातिप्राप्त वक्ताओं और उद्योग जगत के नेताओं ने अपने विचार साझा किए।

 

प्रो. राम कुमार काकानी, निदेशक, आईआईएम रायपुर: “नैतिक नेतृत्व गलतियों से बचने का नहीं, बल्कि उन्हें स्वीकारने और उनसे सीखने का नाम है।”

 

प्रो. पवन कुमार सिंह, निदेशक, आईआईएम तिरुचिरापल्ली: “सम्मान सहयोग को बढ़ावा देता है, और सहयोग नवाचार को जन्म देता है।”

 

प्रो. श्रीराम नारायणन, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी: “भविष्य की व्यवसाय नैतिकता तकनीक, पारदर्शिता, और सम्मान के तालमेल में निहित है।”

 

प्रो. अरूप वर्मा, लोयोला यूनिवर्सिटी, शिकागो: “सम्मान पर आधारित नेतृत्व चुनौतियों का सामना करने में संगठनों को मजबूत बनाता है।”

 

 

उद्योग विशेषज्ञों की अंतर्दृष्टि

 

पैनल चर्चाओं में माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम कंसल्टिंग, वेदांता, प्रूडेंशियल इंडिया जैसे प्रमुख संगठनों के सीएक्सओ ने भाग लिया।

 

प्रवीण कुमार, माइक्रोसॉफ्ट: “सम्मान तकनीक और मानवता के बीच का पुल है।”

 

बिक्रम केशोरी नायक, वेदांता: “सततता तब शुरू होती है, जब पर्यावरण के प्रति सम्मान व्यवसाय का अनिवार्य हिस्सा बन जाता है।”

 

 

एथिकोस्फीयर का भविष्य

 

एथिकोस्फीयर को केवल एक सम्मेलन पहल तक सीमित नहीं रखा जाएगा। यह एक सतत संवाद और सहयोगात्मक आंदोलन बनेगा, जो वैश्विक नैतिक निर्णय लेने को प्रेरित करेगा।

 

सम्मेलन ने प्रतिभागियों को प्रेरित किया और नैतिकता व सम्मान को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में शामिल करने की प्रतिबद्धता के साथ उन्हें विदा किया। एक्सएलआरआई ने जिम्मेदार नेताओं को विकसित करने के अपने मिशन को फिर से दृढ़ता से दोहराया।

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