अमेरिका ने भारतीय परमाणु संस्थानों से प्रतिबंध हटाया, 11 चीनी संस्थाएं प्रतिबंधित
न्यूज़ लहर संवाददाता
नई दिल्ली: अमेरिका ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC), इंडियन रेयर अर्थ्स और इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (IGCAR) समेत तीन भारतीय संस्थानों से प्रतिबंध हटा दिया है। यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल समाप्त होने से पहले लिया गया है।
अमेरिकी उद्योग एवं सुरक्षा ब्यूरो (BIS) ने बुधवार को घोषणा करते हुए इन संस्थानों को अपनी प्रतिबंधात्मक एंटिटी लिस्ट से हटाने का ऐलान किया। बाइडन प्रशासन के इस कदम को भारत के शीर्ष परमाणु संस्थानों और अमेरिकी कंपनियों के बीच असैन्य परमाणु सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखते हुए BIS ने 11 चीनी संस्थाओं को इस सूची में जोड़ा है। इन संस्थाओं पर अमेरिका की सुरक्षा और विदेश नीति के विपरीत गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप है। BIS ने स्पष्ट किया कि ये चीनी संस्थाएं अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लिए खतरा उत्पन्न कर रही थीं।
यह निर्णय दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु समझौतों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जबकि चीन के खिलाफ अमेरिकी सख्ती का संकेत भी देता है।