Regional

सीजीपीसी ने शुरू की क्लिनिक और सिख विजडम की कक्षाएं, महज दो सालों में सीजीपीसी ने किया शिक्षा और स्वास्थ का सपना साकार*   

 

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: जमशेदपुर में सरदार भगवान सिंह के नेतृत्व में महज दो सालों में सीजीपीसी ने कटिबद्धता को क्रियान्वित करते हुए शिक्षा और स्वास्थ का महत्वाकांक्षी सपना साकार कर संगत को समर्पित किया है। शनिवार को विश्व प्रसिद्ध संस्था “मनुख्ता दी सेवा सोसाइटी” के संचालक सरदार गुरप्रीत सिंह ने दोनों फोरम “गुरु रामदास भलाई केंद्र” और सिख विजडम अकादमी का विधिवत उद्घाटन कर संगत के नाम सेवा को समर्पित किया।

डॉ केएस सिद्धू समेत अन्य चिकित्सकों एवं सिख विजडम एकेडमी की संचालिका मिताली रॉय चौधरी को जयकारे के साथ सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब से जमशेदपुर पहुंचे “मनुख्ता दी सेवा सोसाइटी” के संचालक गुरप्रीत सिंह ने कहा कि जमशेदपुर में इतनी सिख संगत की इतनी बड़ी संख्या देखकर उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि वे जमशेदपुर में हैं, उन्हें पंजाब में होने की अनुभूति हो रही है। उन्होंने सीजीपीसी की पहल शिक्षा और स्वास्थ पर प्रशंसा करते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ दोनों ही व्यक्ति की मूलभूत जरुरत है, सीजीपीसी यह सेवाएं देकर सामाजिक दायित्व का निर्वहन बखूबी कर रही है इस उपलब्धि के लिए इनके सभी पदाधिकारी प्रशंसा के पात्र हैं।

गुरप्रीत सिंह ने कहा हर समाज में कोई ना कोई शोषित, पीड़ित और बीमार लोग होते हैं लेकिन सरकार का रवैया इनके प्रति काफी उदासीन रहा है। उन्होंने बीड़ा बीमारों की सेवा करने का बीड़ा उठाया है और यह भी संभव है कि मनुख़्ता की सेवा संस्था की साखायें अन्य राज्यों में खोलेंगे।

मौजूदा प्रधान भगवान सिंह वाली सेंट्रल गुरद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) शनिवार को अपने कार्यकाल के सुनहरे दो वर्ष होने पर खुशी का इजहार किया और पिछले दो वर्षों में किये गए कार्यों का लेखा जोखा भी संगत से प्रेस वार्ता के माध्यम से साझा किया। उत्साहित सरदार भगवान सिंह ने कोल्हान की साध संगत का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने संगत से किया विकास और कौमी एकता का वादा पूरा करने की सफल कोशिश की है, जिसके लिए ऊर्जा उन्हें संगत से ही मिलती है। सरदार भगवान सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कौम हित में उनकी कमिटी ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए जिनमे सबसे महत्वपूर्ण फैसला रहत मर्यादा लागु और मरग (मरण संस्कार) रहे।

भगवान सिंह ने कहा, हालाकिं पिछले दो वर्ष के दौरान किये गए कार्यों की फेहरिस्त काफी लम्बी है लेकिन समाज कल्याण और कौम हित में किये गए मुख्य कार्यों को संगत के साथ साझा करने में वे खुशी और गर्व महसूस करते हैं। उनकी कमिटी ने कई बार रक्तदान शिविर, आँख जांच शिविर, आधार, पैन और वृद्धा पेंशन शिविर सहित धार्मिक और खेल के कार्यक्रम भी आयोजित किये।

भगवान सिंह का कहना है कि बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से उनकी कमिटी ने सिख विजडम अकादमी कोचिंग की स्थापना जो अब अस्तित्व में आ चुकी है और सिख विजडम में बच्चे कोचिंग लेकर एक शिक्षित समाज का निर्माण कर रहें हैं। उन्होंने यह भी कहा कि समाज के लिए निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ व्यवस्था के लिए ‘गुरु रामदास भलाई केंद्र’ के नाम से एक पहल की है जो अब संगत की सेवा के लिए समर्पित रहेगा।

कमिटी के चेयरमैन सरदार शैलेंदर सिंह ने अपने उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि इस दौरान गुरुद्वारों के ग्रंथी और सेवादार मानदेय बढ़ाने पर मुहर लगाई गयी जबकि सभी गुरुद्वारों में रहत मर्यादा लागु करने तथा आनंद कारज (शादी-ब्याह) पर भी कुछ जरुरी नियम लागु किये गए जिसे संगत के सहर्ष स्वीकार किया। महासचिव अमरजीत सिंह ने भी सफलतम दो वर्ष पूरा होने पर हर्ष जताते हुए कहा कि सीजीपीसी द्वारा कार्यालय भवन में गुरबानी कीर्तन सिखलाई केंद्र का नहीं शुभारंभ किया गया है जहाँ विद्यार्थियों को गुरबानी पर आधारित राग सिखाए जाएँगे और कोर्स पूरा होने पर उत्तीर्ण गुरसिख बच्चों को प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा।

प्रफुल्लित महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला ने कहा सरदार भगवान सिंह के नेतृत्व में संगत के आपार सहयोग और आशीर्वाद तथा सक्षम कमिटी सदस्यों के कठोर परिश्रम का नतीजा है कि विकास कार्य इतनी तेज गति से चल रहा है। उन्होंने कहा अगले वर्षों में संगत और नए विकास कार्यों को उच्च स्तर पर चलते हुए देखेगी। गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, साकची के प्रधान सरदार निशान सिंह समेत अन्य सहयोगी संस्थाओं का भी भगवान सिंह धन्यवाद किया।

इस शुभ अवसर पर जमशेदपुर के सिख समुदाय के अलावा कई गणमान्य व्यक्ति पहुंचे थे जिनमे समाजसेवी शिवशंकर सिंह भी शामिल हुए।

फिलहाल ओपीडी में डॉ अमरजीत सिंह डटवाल,

डॉक्टर हरप्रीत सिंह, डॉ हरविंदर सिंह, डॉ पीके साहू, डॉ राजेंद्र सिंह, डॉक्टर राजदीप कौर और डॉक्टर कुलजीत सलूजा सेवाएं देंगे।

बताते चलें कि सीजीपीसी परिसर मे पूर्व से ही सिख विजडम नाम से निःशुल्क कोचिंग की सुविधा चलती आ रही है और अब नये क्लासरूम बन जाने से छात्रों को सुविधा के साथ शिक्षा मिलेगी, साथ ही यहाँ स्वास्थ भवन भी शुरू किया गया जहां सप्ताह के सातों दिन अलग अलग डाक्टर उपलब्ध होंगे जो मरीजों की जाँच करेंगे, मौके पर प्रख्यात समाजसेवी सरदार गुरप्रीत सिंह ने कहा की उनकी संस्था का एक ही लक्ष्य है मानवता की सेवा वें एवं उनके संस्था के सदस्य इसको लेकर ही दिन रात लगे रहते हैँ और अपने गुरु के मानवता की सेवा की सोच को लेकर ही कार्यरत हैँ, वहीँ मौके पर सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने नये क्लासरूम और स्वास्थ भवन के उद्घाटन पर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा की गुरु नानक देव जी ने ना केवल भोजन का लंगर बल्कि शिक्षा और स्वास्थ का लंगर भी शुरू किया था, कालांतर मे भोजन की लंगर लगातार आगे बढ़ गई और शिक्षा और स्वास्थ पीछे छूट गया और विगत दो वर्षो से वें और उनकी टीम इसी दिशा मे कार्य कर रहें थे जो अब साकार हो रहा है

और इसको लेकर पूरी संगत के बिच खुशी की लहर है। स्टार्टअप करने वाले सुग्गा के विशाल कुमार प्रतीक, निखिल शारदा और चरणजीत कौर सहित प्लेटलेट्स डोनर सुखविंदर सिंह सग्गू और इंद्रजीत सिंह को सिख नौजवान सभा की ओर से सम्मानित किया गया।

उद्घाटन मौके पर सरदार भगवान सिंह के अलावा तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना के महासचिव इंद्रजीत सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह तोते, निशान सिंह, चंचल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, गुरुचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी सुखदेव सिंह बिट्टू, जसवंत सिंह जस्सू, सुखवंत सिंह सुक्खू, परविंदर सिंह सोहल, सुखविंदर सिंह राजू, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सतबीर सिंह सोमू, दमन सिंह, हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, अकाली दल के सिंह, जगजीत सिंह गांधी, तारा सिंह, मलकीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखविंदर सिंह, रविंद्र सिंह, अमरजीत सिंह भामरा, गुरशरण सिंह, जगतार सिंह नागी, हरजिंदर सिंह, जसवंत सिंह, बलकार सिंह, जगजीत सिंह गांधी, सुरजीत सिंह खुशीपुर, सुरेंद्र सिंह शिंदे, इंद्रजीत सिंह, सुरजीत सिंह, अर्जुन सिंह वालिया, परमजीत सिंह रौशन, मनजीत सिंह गिल, तरणप्रीत सिंह बन्नी, प्रभजोत सिंह, हरदीप सिंह डिप्पी, जसपाल सिंह, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, रघुवीर सिंह, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी रविंदर कौर, कमलजीत कौर, संरक्षक दलबीर कौर उपाध्यक्ष प्रविंद्र कौर महासचिव परमजीत कौर आदि मौजूद रहे।

Related Posts