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एनएच 33 एलिवेटेड कॉरिडोर के कार्य पर तीसरी बार भूमि पूजन को लेकर स्थानीय लोगों और दुकानदारों का विरोध, सरकारी राशि का दुरुपयोग का आरोप

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:जमशेदपुर में एनएच 33 के ईचागढ़ विधानसभा के आसानबनी से लेकर जुगसलाई विधानसभा के डांगा तक बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण कार्य के दौरान तीसरी बार भूमि पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस पर स्थानीय लोग और दुकानदारों ने जमकर विरोध किया और एनएचएआई का पुतला जलाया। विरोध कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व नेता विकास सिंह ने आरोप लगाया कि शिलापट्ट पर नाम जड़वाने के लिए सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है।

विकास सिंह ने कहा कि पिछले दो महीनों से एलिवेटेड कॉरिडोर का काम तेज गति से चल रहा है। इस दौरान जगह-जगह गड्ढे खोदे गए हैं और स्लैग तथा फ्लाई एश डस्ट गिराए गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों और दुकानदारों को धूल,

जाम और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने एलिवेटेड कॉरिडोर को एक अच्छा और कारगर कदम बताया, जिससे न केवल जाम की समस्या हल होगी, बल्कि प्रदूषण और दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।

स्थानीय लोगों ने केंद्रीय पथ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की सराहना करते हुए कहा कि उनके शिलान्यास के बाद ही काम की शुरुआत हुई थी और लोग चाहते हैं कि एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण जल्दी पूरा हो, ताकि जाम की समस्या समाप्त हो और व्यापार में आसानी हो।

 

हालांकि, तीसरी बार भूमि पूजन किए जाने पर स्थानीय दुकानदारों में गुस्सा था, क्योंकि निर्माण कार्य पहले ही दो महीने से तेज गति से चल रहा था। लोगों का कहना है कि बार-बार भूमि पूजन करना समझ से परे है और यह केवल शिलापट्ट में नाम जड़वाने के लिए किया जा रहा है। इसके कारण सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है, जो सीधे तौर पर जनता के पैसे का अपव्यय है। विकास सिंह ने यह भी कहा कि शिलान्यास करने वाले लोग बिष्टुपुर और सर्किट हाउस जैसे रियाशी क्षेत्रों से आते हैं और उन्हें एनएच 33 के आसपास के क्षेत्रों में हो रही परेशानी का कोई अंदाजा नहीं है।

 

स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है, लेकिन इस दौरान उन्हें धूल, दुर्घटनाओं और जाम की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तीसरी बार शिलान्यास और भूमि पूजन करना सिर्फ और सिर्फ सरकारी राशि का दुरुपयोग करने के अलावा कुछ नहीं है।

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