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पूर्वी सिंहभूम में बाघ की दस्तक, ग्रामीणों में दहशत

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड: बंगाल से लौटे बाघ ने पूर्वी सिंहभूम जिले में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। अहले सुबह यह बाघ घाटशिला क्षेत्र में बुरुडीह डैम के आसपास देखा गया। वन विभाग के अनुसार, स्थानीय लोगों ने पानी की तलाश में बाघ को डैम की ओर जाते हुए देखा। बताया जा रहा है कि बाघ पटमदा से बुरुडीह के बीच के जंगलों में ही घूम रहा है और अब तक किसी घनी आबादी वाले इलाके में नहीं गया है।

गालूडीह थाना क्षेत्र के नरसिंहपुर गांव निवासी भोंदू बाउरी ने बाघ को सड़क पार करते देखा। इसके अलावा, बाघुड़िया पंचायत के डूमकाकोचा गांव में तीन अलग-अलग स्थानों पर बाघ के पंजे के निशान मिले हैं। मंगलवार सुबह ग्रामीण सुबोध सिंह ने जब खेत में बाघ के पंजे के निशान देखे, तो उन्होंने तुरंत ग्रामीणों को सतर्क किया। जांच में पता चला कि गांव के दो अन्य स्थानों पर भी ऐसे ही निशान मौजूद हैं।

 

वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बाघ की मौजूदगी की पुष्टि की और इसे खोजने का अभियान शुरू कर दिया है। यह बाघ वही बताया जा रहा है, जिसे पहले चांडिल के तुलग्राम-खूंटी जंगल और दलमा क्षेत्र में देखा गया था।

वन विभाग ने स्थानीय ग्रामीणों और सैलानियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। ग्रामीणों को रात के अंधेरे में घर से बाहर न निकलने का निर्देश दिया गया है। बुरुडीह डैम जाने वाले पर्यटकों को भी सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है। वन विभाग के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

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