बहुभाषी शिक्षा: बच्चों के समग्र विकास की ओर एक कदम
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:चाईबासा में बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पलाश कार्यक्रम के तहत द्वितीय चरण का तीन दिवसीय प्रशिक्षण का अंतिम बैच राजकीय बालिका उच्च विद्यालय और श्रद्धानंद बालिका मध्य विद्यालय में लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए संतुलित शिक्षण पद्धति के विभिन्न पहलुओं पर जोर दिया गया।
संतुलित शिक्षण पद्धति के तहत बच्चों में मौखिक भाषा विकास, डिकोडिंग, पठन, और लेखन कौशल को समेकित रूप से विकसित करने की विधि सिखाई जा रही है। यह प्रयास राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत किया जा रहा है, जिसमें बच्चों को उनकी मातृभाषा के साथ हिंदी और अंग्रेजी में शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान है।
प्रशिक्षण में जिले के सभी प्रखंडों के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। प्रशिक्षकों में कृष्णा देवगम, ज्योति बासु बारिक, नवीन झा, राजेन्द्र प्रसाद नेवार, निशा गुप्ता, उषा कुमारी, पूजा पान, विवांशु सिंह, कमल लोचन प्रमाणिक, एहसान आलम और दीपक सांडिल शामिल थे।
कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षकों ने पहली और दूसरी कक्षा के शिक्षकों को बच्चों में भाषा कौशल विकसित करने और बहुभाषी शिक्षा के माध्यम से उनके शैक्षणिक आधार को मजबूत बनाने के तरीके सिखाए। यह पहल बच्चों को न केवल उनकी मातृभाषा में शिक्षित करने बल्कि उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।