जमशेदपुर पुलिस ने आठवें चरण में खोया हुआ 458 मोबाइल फोन लौटाकर लोगों के चेहरे पर लौटाई मुस्कान
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड: जमशेदपुर शहर में पुलिस ने एक बार फिर अपने सराहनीय कार्य से लोगों के दिलों में जगह बनाई है। पुलिस ने आठवें चरण में खोए हुए 458 मोबाइल फोन उनके वास्तविक मालिकों तक वापस पहुंचाए हैं। यह पहल पुलिस द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें वे खोई हुई संपत्तियों को वापस करने के लिए विभिन्न उपायों को अपनाते हैं। इस पहल के तहत पुलिस ने खोए हुए मोबाइल फोन को सही तरीके से पहचान कर उनके असली मालिकों को लौटाया, जिससे लोगों के चेहरों पर मुस्कान वापस लौटी।
यह कार्य पुलिस की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। पिछले कुछ महीनों से जमशेदपुर पुलिस ने एक अभियान शुरू किया था, जिसका उद्देश्य खोए हुए मोबाइल फोन की पहचान करना और उन्हें सही मालिकों के पास लौटाना था। पुलिस ने इस अभियान के तहत उन सभी मोबाइल फोन की जांच की जो विभिन्न थानों में दर्ज हुए थे और कई लोगों से संपर्क किया जिनके मोबाइल फोन चोरी हो गए थे या खो गए थे। इसके अलावा, पुलिस ने मोबाइल फोन के आईएमईआई नंबर का भी इस्तेमाल किया ताकि उन्हें उनके मालिकों से जोड़ा जा सके।
इस आठवें चरण में, पुलिस ने 458 मोबाइल फोन विभिन्न लोगों को वापस किए। इस दौरान पुलिस द्वारा की गई कड़ी मेहनत और लोगों के सहयोग ने इस अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस द्वारा किए गए इस कार्य ने न केवल खोए हुए मोबाइल फोन के मालिकों को राहत दी, बल्कि पूरे समाज में पुलिस के प्रति विश्वास और स्नेह को भी बढ़ाया।
पुलिस अधिकारियों ने इस अभियान के दौरान बताया कि इस प्रकार के प्रयास लोगों में जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं और पुलिस-जनता के बीच के रिश्तों को मजबूत करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आगे भी इस तरह की पहल जारी रहेगी ताकि खोई हुई चीजें उनके असली मालिकों तक पहुंच सकें।
इस मौके पर मोबाइल फोन प्राप्त करने वाले सभी लोग जमशेदपुर पुलिस के कार्यों की सराहना कर रहे थे और उन्होंने पुलिस का आभार व्यक्त किया। यह घटना न केवल पुलिस की सफलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जब पुलिस और जनता मिलकर काम करते हैं, तो अच्छे परिणाम मिलते हैं। इस पहल के बाद अब तक 3500 से अधिक मोबाइल फोन पुलिस द्वारा उनके असली मालिकों तक पहुंचाए जा चुके हैं। पुलिस की इस पहल को शहरवासियों ने बहुत सराहा है और उम्मीद जताई है कि भविष्य में भी ऐसे प्रयास किए जाते रहेंगे।