Crime

56.50 करोड़ रुपये की फर्जी निकासी का मामला: SIT की बड़ी कार्रवाई जारी

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

रांची। झारखंड स्टेट इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज मास्टर ट्रस्ट, अभियन्त्रण भवन, एचईसी, धुर्वा, रांची के वरीय प्रबंधक (वित्त एवं लेखा) के आवेदन पर दर्ज 56.50 करोड़ रुपये की फर्जी निकासी और धोखाधड़ी के मामले में SIT ने बड़ी कार्रवाई की है। सीआईडी थाना कांड संख्या-44/24, दिनांक 19.10.2024 को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक ने पुलिस अधीक्षक, आतंकवाद निरोधी दस्ता, झारखंड, रांची के अधीन एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसे धोखाधड़ी का खुलासा करने की जिम्मेदारी दी गई।

अग्रतर अनुसंधान के तहत सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बिरसा चौक के ब्रांच मैनेजर लोलस लकड़ा की निशानदेही पर 20 जनवरी 2025 को रामलखन यादव, निवासी नया बस्ती कडरू, रांची के पास से 60 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। वहीं, SIT ने पूर्व में गिरफ्तार लोकेश्वर शाह की निशानदेही पर 76.38 लाख रुपये की राशि को विभिन्न बैंकों में फ्रीज किया। इसके अतिरिक्त, श्रवण कुमार शर्मा, निवासी बड़कागांव, सिवान, बिहार को 16 जनवरी 2025 को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से अपराध में प्रयुक्त मोबाइल और सिम कार्ड बरामद हुए हैं, जिनका विश्लेषण किया जा रहा है।

अब तक इस पूरे मामले में SIT ने कुल 47.96 करोड़ रुपये विभिन्न खातों में फ्रीज किए हैं। साथ ही 1.83 करोड़ रुपये नकद और 16.70 लाख रुपये के गहने भी बरामद किए गए हैं। इस धोखाधड़ी में शामिल कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

 

विशेष जांच टीम लगातार इस मामले की तह तक जाने में जुटी हुई है। नकदी और गहनों के अलावा डिजिटल सबूतों का भी बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है। SIT की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि झारखंड में सरकारी धन के गबन के मामलों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। मामले में अन्य गिरफ्तारियों और बरामदगी की संभावना को लेकर जांच जारी है।

 

यह मामला झारखंड में वित्तीय अनियमितता का बड़ा उदाहरण है, जिसे SIT ने गंभीरता से लिया है। झारखंड पुलिस की सतर्कता और जांच दल की कुशलता से अब तक बड़ी बरामदगी और महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां हुई हैं, जिससे धोखाधड़ी में शामिल लोगों का नेटवर्क उजागर हो रहा है।

Related Posts