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बोकारो: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के हॉस्टल में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 27 लाख का सामान जब्त

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड:बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड के कानेडीह गाँव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हॉस्टल में चल रही अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जिला उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर 100 लीटर स्प्रिट, 1300 लीटर विदेशी शराब, दो पंचिंग मशीन, विभिन्न ब्रांडों के स्टीकर, खाली बोतलें, ढक्कन और कई वाहन जब्त किए हैं। जब्त सामग्रियों का कुल बाजार मूल्य 27 लाख रुपये आंका गया है।

गुप्त सूचना पर कार्रवाई, 7 गिरफ्तार

 

उपायुक्त विजया जाधव के निर्देशानुसार, सहायक आयुक्त उत्पाद बोकारो के मार्गदर्शन और निरीक्षक उत्पाद के पर्यवेक्षण में जिला उत्पाद टीम ने गुरुवार को पेटरवार थाना क्षेत्र के कानेडीह गाँव स्थित पीएचसी हॉस्टल में छापेमारी की।

टीम ने मौके से भारी मात्रा में तैयार अवैध शराब और अन्य सामग्री जब्त की। छापेमारी के दौरान अवैध शराब निर्माण और तस्करी में संलिप्त सात आरोपियों – शंकर सवंकार, गोविंद साव, शुभम श्रीवास्तव, अजीत कुमार, दीपक कुमार, गौतम कुमार और शिवम साव – को गिरफ्तार किया गया। इन सभी के खिलाफ उत्पाद अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है।

 

छापेमारी दल में शामिल अधिकारी

 

इस कार्रवाई में निरीक्षक उत्पाद विजय कुमार पाल, अवर निरीक्षक सदर-सह-तेनुघाट सन्नी विवेक तिर्की, अवर निरीक्षक बेरमो-सह-चंदपुरा महेश दास, पेटरवार थाना प्रभारी और पुलिस बल शामिल थे।

जब्त सामग्रियों की सूची

 

स्पिरिट – 100 लीटर

 

विदेशी शराब – 1300 लीटर

 

विभिन्न ब्रांडों के स्टीकर, खाली बोतलें और ढक्कन

 

दो पंचिंग मशीनें

 

वाहन:

 

मारुति सुजुकी सुपर कैरी (JH02 BH 5876)

 

बजाज पल्सर (JH 09 BH 4920)

 

हीरो स्प्लेंडर (JH 09 BH 0614)

 

होंडा एसपी साइन (JH 09 AR 8949)

 

हीरो डेस्टिनी (JH 09 BG 3958)

 

 

 

स्वास्थ्य केंद्र में चल रही थी अवैध फैक्ट्री

 

इस छापेमारी से यह स्पष्ट हुआ कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के हॉस्टल का इस्तेमाल अवैध शराब निर्माण के लिए किया जा रहा था। स्थानीय प्रशासन अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है कि इसमें और कौन-कौन शामिल हैं और कैसे इस अवैध गतिविधि को अंजाम दिया जा रहा था।

 

जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब निर्माण और तस्करी के खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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