सरायकेला पुलिस का अवैध अफीम की खेती पर कड़ा प्रहार, चार किसान गिरफ्तार, 80% फसल नष्ट
न्यूज़ लहर संवाददाता
झारखंड:सरायकेला खरसावां जिले में अवैध अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस ने सख्त अभियान चलाया है। शुक्रवार को कुचाई थाना क्षेत्र से अवैध अफीम की खेती में संलिप्त चार किसानों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने इनके खेतों से 16 अफीम के पौधे बरामद किए हैं। इस कार्रवाई की जानकारी एसडीपीओ समीर कुमार सवैया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।
गुप्त सूचना पर छापेमारी, 3.70 एकड़ में लगी फसल नष्ट
एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि दलभंगा ओपी अंतर्गत मेरोमगंजा गांव और आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में अवैध अफीम की खेती हो रही है। सूचना का सत्यापन करने के बाद पुलिस ने छापेमारी दल गठित किया। दल ने मेरोमगंजा गांव में कुल 3.70 एकड़ जमीन में लगी अवैध अफीम की फसल को नष्ट कर दिया। इस दौरान पुलिस ने चार किसानों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान सुखराम मुंडा (25), बुधराम मुंडा (27), सोना पातर और दीपू प्राधन (25) के रूप में हुई है।
अब तक छह किसानों की गिरफ्तारी, अभियान रहेगा जारी
एसडीपीओ समीर कुमार सवैया ने बताया कि इस साल अब तक कुल छह किसानों को अवैध खेती के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि जिले को पूरी तरह से इस अवैध खेती से मुक्त किया जा सके।
80% अफीम की खेती हो चुकी है नष्ट
जिले के एसपी मुकेश कुमार लुणायल के निर्देशन में अवैध अफीम के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। अब तक जिले में 500 एकड़ में फैली अफीम की खेती में से 80% फसल नष्ट की जा चुकी है। इस साल अब तक 317 एकड़ भूमि में लगी अफीम की फसल को पुलिस ने नष्ट किया है।
ग्रामीणों में बढ़ी जागरूकता, पारंपरिक खेती की ओर बढ़ रहा रुझान
एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस की कार्रवाई और जागरूकता अभियानों के कारण ग्रामीण अब अवैध खेती से दूर हो रहे हैं। वे स्वेच्छा से अपनी जमीन पर उगाई गई अफीम की फसल को नष्ट कर रहे हैं और पारंपरिक खेती की ओर रुझान बढ़ रहा है। पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि जिले को अवैध अफीम की खेती से मुक्त किया जा सके।