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श्रीराम मंदिर स्थापना की पांचवीं वर्षगांठ पर सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का भव्य आयोजन

 

न्यूज़ लहर संवाददाता

झारखंड।जमशेदपुर के सिदगोड़ा स्थित सूर्यधाम में सोमवार को सूर्य मंदिर समिति की एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें श्रीराम मंदिर स्थापना की पांचवीं वर्षगांठ को भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने की, जबकि समिति के मुख्य संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस दौरान संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, अन्य पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य एवं विशेष आमंत्रित सदस्य भी शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि इस विशेष अवसर पर 21 फरवरी से 1 मार्च 2025 तक भव्य सप्ताहव्यापी श्रीराम कथा और अन्य धार्मिक आयोजन किए जाएंगे।

बैठक में तय कार्यक्रम के अनुसार, 21 फरवरी 2025 को दोपहर 3 बजे बारीडीह मंदिर सुगना कॉलोनी से सिदगोड़ा सूर्यधाम तक नगर भ्रमण एवं शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान भव्य झांकियों के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होंगे। इसके बाद 22 से 28 फरवरी तक श्रीधाम वृंदावन से पधार रहे पूज्य आचार्य राजेंद्र जी महाराज द्वारा शंख मैदान में श्रीरामचरित मानस की संगीतमय कथा प्रस्तुत की जाएगी। यह कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से संध्या 7:30 बजे तक चलेगी। 1 मार्च को महाप्रसाद वितरण के साथ यह भव्य महोत्सव संपन्न होगा।

 

महोत्सव की सफलता के लिए सूर्य मंदिर समिति ने निर्णय लिया कि जमशेदपुर के एक लाख घरों में निमंत्रण पत्र वितरित किए जाएंगे और श्रद्धालुओं से राम काज के लिए 10 रुपये का आर्थिक सहयोग देने की अपील की जाएगी। इस कार्य को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए एक उप-समिति का गठन किया गया, जिसमें विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गईं। शोभायात्रा, नगर सज्जा, महाप्रसाद वितरण, बैनर-पोस्टर, मंच व्यवस्था, यातायात नियंत्रण, साउंड-लाइट, प्रेस-मीडिया एवं सोशल मीडिया प्रचार-प्रसार के लिए अलग-अलग प्रभारी नियुक्त किए गए।

बैठक में संगठनात्मक बदलाव भी किए गए, जिसमें सुशांतो पांडा को उपाध्यक्ष, बोलटू सरकार को मंत्री, और अमरजीत सिंह राजा को सह-कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा, सभी कार्यकर्ताओं को यह जिम्मेदारी दी गई कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर धर्मप्रेमी जनता से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें और उन्हें इस ऐतिहासिक आयोजन में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित करें।

 

बैठक में उपस्थित सदस्यों ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया और कहा कि यह महोत्सव केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और संस्कारों को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी होगा। आगामी दिनों में प्रचार-प्रसार को और अधिक तेज किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस दिव्य आयोजन में भाग ले सकें और श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा ले सकें।

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